बीजापुर
/ रायपुर। लोकसभा चुनाव से पहले छत्तीसगढ़ के नक्सल
प्रभावित बस्तर संभाग में मतदान दल आज सुबह (मंगलवार) को हेलीकॉप्टर से
रवाना हो गए हैं। बस्तर के अंदरूनी इलाकों में हेलीकॉप्टर से 75 केंद्रों
में आज मतदान दल भेजे जा रहे हैं। सुरक्षा कारणों से तीन दिन पहले ही मतदान
दलों को केंद्रों में भेजा जा रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में चुनाव
कराना चुनाव आयोग के लिए बड़ी चुनौती है। यहां 19 अप्रैल को मतदान होना है।
बस्तर
में मतदान को लेकर रायपुर स्थित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में
राज्य के उप निर्वाचन पदाधिकारी शैलाभ साहू ने मीडिया को जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि, बस्तर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है इसलिए चुनाव आयोग ने
यहां 2 एयर एंबुलेंस की व्यवस्था की है। जो किसी भी अप्रिय स्थिति में
तत्काल चुनाव कार्य में लगे कर्मचारियों और फोर्स के लिए मौजूद रहेगी।
चुनाव
आयोग के मुताबिक बस्तर में शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए तैयारी पूरी कर
ली गई है। कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान दलों की रवानगी होगी। मतदान केंद्रों
के आसपास पहले से सर्चिंग चल रही है। चुनाव के लिए अतिरिक्त फोर्स की
तैनाती भी की गई है। बस्तर के कई हिस्सों में मतदान दलों को हेलिकॉप्टर से
पहुंचाया जाएगा।
तीन दिन पहले हेलीकाप्टर से पोलिंग पार्टी को भेजा गया
बस्तर
लोकसभा सीट के 1,957 मतदान केंद्र में से अतिसंवेदनशील 150 मतदान केंद्रों
के लिए तीन दिन पहले हेलीकाप्टर से दलों को भेजा गया। इसमें से करीब 75 दल
आज मंगलवार को भेजा गया, जबकि बाकी 75 दल बुधवार को भेजे जाएंगे। इसके लिए
सुबह छह बजे से ही मतदान दलों को बुला लिया गया।
सुबह आठ बजे से पोलिंग पार्टी को लेकर हेलीकाप्टर ने भरी उड़ान
सुबह
आठ बजे से पोलिंग पार्टी को लेकर वायुसेना के हेलीकाप्टर ने उड़ान भरी।
इसके लिए वायुसेना के दस से अधिक हेलीकाप्टर की व्यवस्था की गई है। दूसरी
ओर बस्तर में सुरक्षित मतदान कराने का संकल्प लेकर एक लाख से अधिक बल पिछले
एक माह से बस्तर में निगरानी कर रहा है। केंद्र से सुरक्षा बल की 350
टुकड़ियां भी बस्तर पहुंच चुकी हैं।
वाहनों में लगाई गई है जीपीएस डिवाइस
लोकसभा
निर्वाचन 2024 के लिए प्रथम चरण में 159 मतदान केंद्र और द्वितीय चरण के
कुल 112 मतदान केंद्र संवेदनशील इलाकों में हैं। पहले चरण के लिए 69 रनर और
द्वितीय चरण के लिए 132 रनर की व्यवस्था की गई है। सेक्टर आफिसर और ईवीएम,
वीवीपैट के परिवहन के लिए कुल 11644 वाहनों में जीपीएस लगाए जा रहे हैं।
अब तक पहले चरण के 6 जिलों के 1021 वाहनों में से 274 वाहनों में जीपीएस
डिवाइस लगाई जा चुकी है।