पलामू।वित्त, योजना एवं विकास, वाणिज्यकर तथा संसदीय कार्य विभागके मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने सोमवार को पलामू में पेयजल समस्या एवं उसके निदान के लिए समाहरणालय सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में कहा कि पलामू जिले में जल संकट बढ़ रहा है। ऐसे में प्राथमिकता के आधार पर जिले के खराब पड़े चापाकलों और जलमीनारों को दुरूस्त कराना सुनिश्चित करें। पलामू में 10 करोड़ की अनाबद्ध निधि (अनकंडीशन फंड) से पेयजल संकट का निदान होगा।
पलामू राज्य का पहला जिला होगा, जहां अनाबद्ध राशि से पेयजल समस्या का निदान किया जायेगा। राज्य में 355 करोड़ अनाबद्ध राशि है। उन्होंने कहा कि जिन इलाकों का जलस्तर नीचे चला गया है वहां आवश्यकता अनुसार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से भी पेयजलापूर्ति करने का निर्देश दिया। अगले 15 दिनों तक पेयजल को फोकस करें। पेयजल और स्वच्छता विभाग के सभी अभियंता क्षेत्र भ्रमण कर वस्तुस्थिति से अवगत होते हुए खराब चापाकल और जलमीनार को दुरूस्त कराएं, ताकि जिले के लोगों को पेयजल संकट से निजात मिल सके।
पलामू उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि खराब चापाकल और जलमीनार को ठीक करने में 16 गैंगमैन लगे हैं। इसके बावजूद कार्य नहीं हो पाने की स्थिति में स्थानीय स्तर पर गैंगमैन से कार्य कराकर 15 दिनों में खराब चापाकल और जलमीनार को दुरूस्त करना सुनिश्चित करें।
बैठक में उप विकास आयुक्त शब्बीर अहमद, नगर आयुक्त जावेद हुसैन, अपर समाहर्ता कुंदन कुमार सहित पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधीक्षण अभियंता, जिला, अनुमंडल, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी एवं सहायक कार्यपालक अभियंता उपस्थित थे।
3203 चापाकल पड़े हैं खराब
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री किशोर ने कहा कि पलामू में 23 हजार 834 चापाकल लगे हैं, जिसमें से 3203 खराब पड़े हैं। 894 पाइप सड़ने की वजह से बंद पड़े हैं। 1177 जलमीनार खराब पड़े हैं। अल्पकालीन पेयजल समस्या के निदान के लिए पेयजल और स्वच्छता विभाग पर निर्भर नहीं रहते हुए अनाबद्ध राशि से चापाकलों की मरम्मत की जायेगी और 70 से 75 प्रतिशत पानी की समस्या का निदान कर दिया जायेगा। जिन इलाकों में जलस्तर काफी नीचे चला गया है, वहां टैंकर से पानी दिया जायेगा।
पलामू में 10 करोड़ से होगा पेयजल संकट का निदान: मंत्री
