नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सोमवार को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की व्यापक समीक्षा बैठक की। मंत्रालय में आयोजित इस बैठक में विज्ञान-संचालित विकास में साहसिक नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। इसके साथ एआई-आधारित नवाचार, डीप टेक स्टार्टअप और उन्नत बुनियादी ढांचे की साझेदारी पर भी विचार विमर्श किया गया। नवगठित अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (एएनआरएफ) की उभरती भूमिका के साथ-साथ भू-स्थानिक पहल, राष्ट्रीय मिशनों पर डॉ. जितेंद्र सिंह ने एएनआरएफ के नवनियुक्त सीईओ प्रोफेसर अभय करंदीकर, डॉ. शिवकुमार कल्याणरमन और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की।
इस मौक पर डॉ. जितेंद्र सिंह ने एएनआरएफ से मेडिकल कॉलेजों को नैदानिक नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अनुसंधान पार्क स्थापित करने में मदद करने का आग्रह किया।
बैठक में समीक्षा के बाद डॉ जितेन्द्र सिंह ने कहा कि डीप टेक का उद्देश्य नवाचार और अनुसंधान में निवेश करने वाली कंपनियों को प्रोत्साहन देकर डीप टेक स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण एएनआरएफ से अकादमिक शोध - जैसे प्रकाशन और पेटेंट - को व्यावसायिक प्रौद्योगिकियों में बदलने पर जोर दिया। उन्होंने उद्योग जगत के साथ साझेदारी और उद्यम-निर्माता मॉडल के निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि खोजें प्रयोगशालाओं तक ही सीमित न रहें।
डीएसटी की व्यापक समीक्षा बैठक, स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए डीप टेक पर दिया गया जोर
