नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर “स्थानीय कौशल, बड़ा प्रभाव” और “मणिपुर से पुष्पोत्पादन मॉडल” के संदेश के साथ मणिपुर की दो महिलाओं के प्रेरणादायक प्रयासों को साझा किया है।
रविवार को प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम की 129वीं कड़ी के अंश साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मंच ऐसे लोगों को देश के सामने लाने का माध्यम है, जो अपने परिश्रम से पारंपरिक कौशल को आगे बढ़ा रहे हैं और स्थानीय समुदायों को सशक्त बना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने “स्थानीय कौशल, बड़ा प्रभाव” के तहत मणिपुर के चुराचांदपुर की मार्गरेट रामथारसीम के कार्यों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि मार्गरेट ने मणिपुर के पारंपरिक उत्पादों, हस्तकलाओं तथा बांस और लकड़ी से बनी वस्तुओं को एक व्यापक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ाया। एक हस्तकला कलाकार के रूप में शुरुआत कर वह आज कई लोगों की आजीविका का माध्यम बन चुकी हैं। उनकी यूनिट में 50 से अधिक कलाकार कार्यरत हैं और उनके उत्पाद दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में अपनी पहचान बना चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने “मणिपुर से पुष्पोत्पादन मॉडल” के रूप में सेनापति जिले की चोखोने क्रिचेना के प्रयासों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पारंपरिक खेती से जुड़े परिवार से आने वाली क्रिचेना ने फूलों की खेती को अपने जुनून में बदला और इसे एक सफल मॉडल के रूप में विकसित किया। आज वह फूलों की खेती के माध्यम से विभिन्न बाजारों से जुड़ रही हैं और अपने क्षेत्र की स्थानीय समुदायों को सशक्त बना रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये दोनों उदाहरण इस बात के प्रतीक हैं कि पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक सोच के साथ आगे बढ़ाने से आर्थिक प्रगति के नए अवसर पैदा होते हैं। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि यदि उनके आसपास भी ऐसी प्रेरणादायक कहानियां हों, तो उन्हें साझा करें।
प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर की दो महिलाओं के प्रयासों को सराहा











