रांची राज्य में लोकसभा चुनाव की तैयारियां तेजी से चल रही
हैं। राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में भी मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराना और पोलिंग पार्टी को सुरक्षित पहुंचाना
प्रशासन के लिए चुनौती है। राज्य में लोकसभा चुनाव चार चरणों में होगा।
इसके लिए सभी प्रशासनिक तैयारी युद्ध स्तर पर जारी है।
चार चरणों
में होनेवाले चुनाव के लिए आयोग ने 29521 मतदान केंद्र बनाए हैं, जो पिछले
2019 के लोकसभा चुनाव के तुलना में 57 मतदान केंद्र अधिक हैं। इन मतदान
केंद्रों में कई ऐसे मतदान केंद्र हैं जो काफी दुर्गम क्षेत्र में हैं,
जहां शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान कराना चुनाव आयोग के लिए किसी चुनौती से
कम नहीं है।
लोकसभा चुनाव के दौरान जल, थल और वायु मार्ग से
निर्वाचनकर्मी मतदान कराने जाएंगे। राज्य में कुल 29521 मतदान केंद्रों में
से करीब 80 प्रतिशत मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में हैं। इनमें से 10
फीसदी ऐसे मतदान केंद्र हैं, जहां मतदान कराने के लिए पोलिंग पार्टी को या
तो हेलीकॉप्टर या ट्रेन या नाव से जाना होगा।
इस संबंध में मुख्य
निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि राज्य की भौगोलिक बनावट की
वजह से कुछ मतदान केंद्र ऐसे जरूर हैं जो दुर्गम इलाके में हैं, वहां
पोलिंग पार्टी को जाने के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। हेलीकॉप्टर के
अलावा ट्रेन, नाव और सड़क मार्ग से मतदानकर्मियों को मतदान केंद्रों तक भेजा
जाएगा।
पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा क्षेत्र में मतदानकर्मियों को
ट्रेन से भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए तीन कोच रेलवे मुहैया
कराएगा। संभवतः झारखंड पहला राज्य होगा जहां पोलिंग पार्टी मतदान कराने
ट्रेन में सफर करके जाते दिखेंगे। इसके अलावा साहिबगंज और पलामू के कुछ
मतदान केंद्रों तक नाव से निर्वाचनकर्मियों को भेजने की तैयारी है। सारंडा,
बूढ़ापहाड़ और पारसनाथ क्षेत्र में हेलीकॉप्टर से पोलिंग पार्टी चुनाव
कराने जाएंगे। चुनाव आयोग ने इसके लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कर ली है।
राज्य
में होने वाले चार चरणों में लोकसभा चुनाव को लेकर संवेदनशील इलाके में
विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। चुनाव आयोग ने नक्सल प्रभावित
क्षेत्रों में पुलिस सुरक्षा के बीच मतदानकर्मियों को भेजने का निर्देश
दिया है। जानकारी के मुताबिक चाईबासा सहित राज्य के कई ऐसे दुर्गम इलाके
में केंद्रीय बलों के साथ-साथ राज्य पुलिस बल के जवान मतदान के वक्त
प्रत्येक बूथ पर तैनात रहेंगे। इसके अलावा मतदान समाप्ति के बाद वज्रगृह तक
पुलिस स्कॉट के साथ ईवीएम लाया जाएगा।