जींद। सरकार द्वारा दूरसंचार विभाग भारत सरकार द्वारा निर्मित पोर्टल सेंट्रल इक्यूपमेंट आइडेंटी रजिस्टर (सीईआईआर) को गुम हुए मोबाइलों के लिए शुरू किया जा चुका है। जींद पुलिस की साइबर सुरक्षा शाखा ने आम जनता के गुम हुए 116 मोबाइल फोन तलाश करके उनके मालिकों के हवाले किए हैं। पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार द्वारा मोबाइल मालिकों को ये मोबाइल सौंपे हैं, जो व्यक्ति मोबाइल लेने के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में नहीं आ पाए, पुलिस ने उनके घर जाकर उन्हें मोबाइल दिए।
पुलिस कप्तान सुमित कुमार ने बताया कि मोबाइल गुम होने की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए साइबर सुरक्षा इंचार्ज अमित कुमार के नेतृत्व में सिपाही मनीष कुमार ने एक जनवरी 2023 से लेकर मई 2023 तक के जींद जिले से गुम हुए 116 मोबाइल फोन की तलाश की है। बरामद किए गए मोबाइल की कीमत लगभग 14 लाख 14 हजार रुपये है। साइबर सेल को आम जनता के गुम हुए मोबाइलों को बरामद करने के संबंध में विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हुए हैं। जिस पर साइबर शाखा द्वारा आम जनता के गुमशुदगी के फोन को सर्च पर लगाया जाता है व फोन बरामद होने पर उनके असल मालिक को कार्यालय में बुला कर उनके सुपुर्द किया जाता है।
अक्सर लोगों की लापरवाही से मोबाइल गुम हो जाते हैं। मोबाइल के गुम होने की सूचना तुरंत पुलिस को और संबंधित कंपनी (जिसका सिम कार्ड प्रयोग किया जाता है) को दें ताकि आपके मोबाइल का कोई दुरूपयोग ना कर सके। उन्होंने बताया कि गुमशुदा मोबाइलों में सरकारी स्कूलों में सरकार द्वारा शुरू की गई ई-अधिगम योजना के तहत बांटे गए टैबलेट को भी जींद पुलिस ने बरामद किया है।
बारहवीं कक्षा की छात्रा उचाना निवासी सुशील ने साइबर शाखा में एक शिकायत दी थी की उसे सरकारी स्कूल से एक टैबलेट पढ़ाई करने के लिए मिला था जो गुम हो गया। जिस पर साइबर सिक्योरिटी शाखा ने तुरंत परभाव से कार्य करते हुए उसके टैबलेट को तलाश करके उसे छात्रा के हवाले कर दिया है। उन्होंने बताया कि पोर्टल सेंट्रल इक्यूपमेंट आइडेंटी रजिस्टर (सीईआईआर) पर गुम हुए मोबाइलों की शिकायत डाल कर आईएमईआई को ब्लॉक करवा सकते हैं।
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