मृतकों की पहचान ममता (32) पत्नी अणदाराम पटेल, बेटा नवीन (7), बेटा रुगाराम (4) और छह माह की बेटी मानवी के रूप में हुई है।
डीएसपी नीरज शर्मा ने बताया कि ममता अपने परिवार के साथ पनौतरी नाड़ी के पास खेत पर पिछले 10 दिनों से रह रही थी, जहां वह सास और दादी सास के साथ फसल कटाई का काम कर रही थी।
बुधवार रात करीब 11:30 बजे खाना खाने के बाद सभी परिजन सो गए। उसी दौरान ममता तीनों बच्चों को साथ लेकर खेत में बने टांके में कूद गई।
सुबह करीब 7:30 बजे जब सास ने बहू और बच्चों को घर में नहीं देखा तो तलाश शुरू की। टांके के पास बहू की चप्पलें पड़ी मिलीं। शक होने पर टांके में झांककर देखा तो अंदर चारों शव दिखाई दिए। घबराई सास ने तुरंत ग्रामीणों और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही जसोल थाना पुलिस और सिवाना डीएसपी नीरज शर्मा मौके पर पहुंचे।
सिविल डिफेंस टीम और ग्रामीणों की मदद से चारों शवों को टांके से बाहर निकाला गया। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, मृतका के ससुर बालोतरा की एक फैक्ट्री में कार्यरत हैं, जबकि पति अणदाराम पटेल बेंगलुरु में मेडिकल की दुकान चलाते हैं, जिसे उन्होंने लगभग पांच माह पहले शुरू किया था।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने पति को सूचना दी, जो बेंगलुरु से बालोतरा के लिए रवाना हो गया है। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का प्रतीत होता है, हालांकि सटीक कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।
फिलहाल पुलिस परिजनों के बयान ले रही है और घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच कर रही है। गांव की यह दर्दनाक घटना पूरे इलाके में शोक और सन्नाटे का माहौल छोड़ गई है। ग्रामीण अब भी हैरान हैं कि आखिर ममता ने ऐसा कदम क्यों उठाया। पुलिस सभी संभावित कारणों की पड़ताल में जुटी है।
बालोतरा में महिला ने तीन बच्चों संग टांके में कूदकर की आत्महत्या
 
									बाड़मेर। बालोतरा जिले के टापरा गांव में बुधवार देर रात एक हृदयविदारक घटना सामने आई। गांव की एक विवाहिता ने अपने तीन मासूम बच्चों के साथ टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही जसोल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से चारों शवों को बाहर निकाला।












