चंडीगढ़। पंजाब में धान का उठान धीमा होने के विरोध में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आआपा) के मंत्रियाें, सांसद और विधायकाें ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बुधवार काे आआपा के विधायक, मंत्री तथा सांसद चंडीगढ़ में एकत्र हुए और भाजपा कार्यालय का घेराव किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने पानी की बौछार किए जाने पर कई आआपा नेताओं की पगड़ियां तक उतर गईं।
इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस ने पंजाब के आधा दर्जन मंत्रियों तथा दस विधायकों को हिरासत में लिया है।
चंडीगढ़ में आज दिनभर धान के मुद्दे को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। पंजाब की मंडियों में इस समय धान भरा हुआ है। कई दिन से किसान केंद्र व राज्य सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को आआपा की सरकार ने इस लड़ाई का रुख केंद्र की तरफ मोड़ दिया। सरकार का आरोप है कि जानबूझकर केंद्रीय एजेंसियां धान का उठान नहीं कर रही हैं। इसके विरोध में आआपा के कई नेता व समर्थक भाजपा के दफ्तर से मात्र 150 मीटर की दूरी पर स्थित बत्रा सिनेमा के पास सुबह से ही जुट गए थे। इसके बाद उन्होंने एक रोष रैली निकाली। प्रदर्शन का नेतृत्व कैबिनेट मंहरभजन सिंह ईटीओ, लाल चंद कटारूचक, कुलदीप सिंह धालीवाल, लाललीत सिंह भुल्लर, मंत्री तरुणप्रीत सिंह और मंत्री हरजोत बैंस कर रहे थे। इस दौरान कई आप नेताओं और समर्थकों ने सेक्टर-37 स्थित पंजाब भाजपा कार्यालय का घेराव करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को बीच में ही रोक लिया। पुलिस ने भी सुबह से ही बैरिकेडिंग की हुई थी। प्रदर्शनकारी इस बैरिकेड पर चढऩे लगे। इसके बाद पुलिस को मजबूरन वॉटर कैनन का प्रयोग करना पड़ा, लेकिन प्रदर्शनकारी फिर भी आगे बढ़ते गए। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर बसों में बैठाकर थाने भेजना शुरू कर दिया। पुलिस ने आप के छह मंत्रियों, दस विधायकों और समर्थकों को हिरासत में लिया है। पुलिस की कार्रवाई के दौरान मंत्री हरजोत सिंह बैंस घायल हो गए और उनकी पगड़ी भी उतर गई। इससे पहले आआपा कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रैली को कई मंत्रियों और नेताओं ने संबोधित किया।