पश्चिमी सिंहभूम। पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच बुधवार को हुई मुठभेड़ में दो नक्सली ढेर हुए हैं। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार सोनुवा थाना के विलायती टोला के समीप जंगली, पहाड़ी क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के नक्सलियों की ओर से सुरक्षाबलों को देखकर गोलाबारी प्रारंभ कर दी गई। आत्मरक्षार्थ सुरक्षाबलों के जरिये भी जवाबी कार्रवाई की गई। सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख नक्सली दस्ता के सदस्य पहाड़ एवं घने जंगल का लाभ लेते हुए भाग खड़े हुए। मुठभेड़ के बाद आस-पास के क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाया गया। इस दौरान एक पुरुष और एक महिला नक्सली का शव बरामद किया गया। इसके साथ ही, हथियार बरामद किया गया।
मृत नक्सलियों की पहचान प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के जेडसीए विनय गंझू उर्फ संजय गंझू उर्फ बारिया उर्फ भुखन उर्फ संजय और एसीएम हेमन्ती मंझियाईन के रूप में की गयी। सर्च अभियान के दौरान दो इंसास रायफल, 313 जिंदा गोली, नौ इंसास का मैगजीन, पांच पीस मेट्रोला सेट, 28 डेटोनेटर, दो मैगजीन पाउच, चार पीस काला वर्दी पेन्ट सहित अन्य सामान बरामद किया गया है।
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराया है। उन्होंने बताया कि कि सुरक्षा बलों को गुप्त सूचना मिली थी कि 15 लाख रुपये का इनामी नक्सली अमित मुंडा अपने दस्ते के साथ हिंसक विध्वंसक नक्सली गतिविधियों के लिए सोनुआ इलाके में सक्रिय है। इस सूचना पर सुरक्षा बल सोनुआ थाना क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र लोंजो नचलदा में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। इसी दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षा बलों ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की।
मुठभेड़ में प्रतिबंधित नक्सली संगठन के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई में शामिल ऑपरेशन टीमों को अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय चक्रधरपुर स्थित सीआरपीएफ 60 बटालियन मुख्यालय में डीजीपी सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया।
डीजीपी अनुराग गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ये नक्सली नहीं बल्कि गुंडे हैं, इनका बहुत जल्द सफाया हो जाएगा। इनके पास एक राइफल है, हमारे पास हजारों हैं, ये कब तक बचेंगे।