नई दिल्ली। केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने मंगलवार को दिल्ली चिड़ियाघर के सौंदर्य में सुधार लाने और जलीय जीवों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए पानी की सफाई और शुद्धिकरण के लिए 'नैनो बबल प्रौद्योगिकी' का शुभारंभ किया।
इसके माध्यम से गंदे तालाब के पानी को स्वच्छ बनाया जा सकेगा। तालाब के पानी में काई आदि लग जाती है। इसे दूर करने में यह टेक्नोलॉजी मदद करेगी। इसे प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया है। अच्छे परिणाम आने के बाद आवश्यकता अनुसार चिड़ियाघर में इसका उपयोग किया जा सकता है। चिड़ियाघर में प्रयोग के तौर पर नैनो बबल तकनीक का पहली बार इस्तेमाल किया जा रहा है और इसके लिए 15 दिन का परीक्षण किया जाएगा।
राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि इसका उद्देश्य जल को स्वच्छ बनाए रखना है, ताकि जलीय जीवों के स्वास्थ्य ठीक रहे। वे बेहतर महसूस करें। जल के स्वच्छ होने से कई फायदे मिलते हैं। आमतौर पर तालाब का पानी गंदा होने के बाद गंध आनी लगती है। काई जम जाती है। रंग भी फीका पड़ने लगता है। इस नई तकनीक से पानी साफ होगा। जानवरों के स्वास्थ्य के लिए भी ठीक रहेगा। इस मौके पर दिल्ली चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार और नैनो बबल कंपनी के आनंद कपूर आदि उपस्थित थे।
दिल्ली चिड़ियाघर में पानी की सफाई और शुद्धिकरण के लिए 'नैनो बबल प्रौद्योगिकी' का शुभारंभ
