जोधपुर। शहर के सदर बाजार पुलिस थाना क्षेत्र में 23 साल पहले एक नाबालिग लडक़ी के प्रकरण में फरार चल रहे आरोपी को अब गिरफ्तार कर लिया है। वक्त घटना पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए नाबालिग को आरेापी के घर से दस्तयाब कर लिया था। मगर आरोपी उसके बाद से ही फरार चला आ रहा था। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम का गठन किया गया। पुलिस ने टीम में उसे जयपुर से दस्तयाब कर अब गिरफ्तार किया है। वह हैदराबाद और जयपुर में आभूषण बनाने का काम करने लगा था। आरोपी पर दो हजार का इनाम भी घोषित किया गया था।
सदर बाजार थाना प्रभारी एएसआई कालूसिंह ने बताया कि मामले में बाइजी तालाब निवासी एक व्यक्ति की तरफ से रिपोर्ट दी गई थी। इसमें बताया कि 23 अक्टूबर 2001 उसकी नाबालिग बच्ची घर से बाहर गई थी मगर वह वापस नहीं लौटी। फिर लगा कि घर के सामने रहने वाले एक बंगाली सुनार संजय बंगाली से प्रेमप्रसंग की चर्चा सुनी गई। तब पुलिस ने जांच करते हुए 27 अक्टूबर 2001 को आरोपी संजय बंगाली के घर नाबालिग को दस्तयाब कर लिया था। मगर वह फरार हो गया था। इस पर पुलिस 23 साल से उसकी तलाश में जुटी हुई थी। न्यायालय द्वारा उसे उद्घोषित करवाया गया। पुलिस टीम को पता लगा कि वह हैदराबाद, जयपुर आदि स्थानों पर स्वर्णाभूषण बनाने का काम करता है। मगर बार बार स्थान भी बदलता है। उसके जयपुर में होने की जानकारी पुख्ता होने पर पुलिस की टीम वहां पहुंची और दस्तयाब कर अब गिरफ्तार किया गया। आरोपी मूल रूप से पश्चिम बंगाल हुबली डोगचिया निवासी संजय बंगाली पुत्र गोपाल देवनाथ को अब गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस की टीम में हैडकांस्टेबल भंवरलाल, राकेश आदि को शामिल किया गया।