जोधपुर। ब्यूटीशियन अनीता चौधरी हत्याकांड मामले में सोमवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सुप्रीमो व सांसद हनुमान बेनीवाल की एंट्री के बाद सरकार और पुलिस दोनों बैकफुट पर आ गए है। सोमवार देर रात तक अनीता चौधरी के परिजनों की तरफ से हनुमान बेनीवाल, ओसियां विधायक भेराराम सियोल और पुलिस अधिकारियों के बीच चर्चा हुई। इस वार्ता में पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह भी शामिल हुए। इसके बाद मंगलवार सुबह भी इनके बीच वार्ता का एक दौर और चला। इसमें सरकार की तरफ से परिजनों की अधिकांश मांगों पर सहमति बन गई है। इसकी आज दोपहर धरना स्थल पर घोषणा की गई। यहां विधायक भेराराम सियोल ने कहा कि सरकार ने पीडि़त परिवार को 51 लाख रुपये की सहायता देने का फैसला किया है। साथ ही पुलिस अधिकारी को बदलने का भी निर्णय लिया गया है। इसके अलावा मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की सिफारिश की जाएगी। इस घोषणा के बाद अनीता चौधरी के शव के अंतिम संस्कार पर बना गतिरोध भी समाप्त हो गया है।
सोमवार देर रात करीब तीन बजे सांसद हनुमान बेनीवाल और ओसियां विधायक भेराराम सियोल, पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह के साथ जनता के सामने आए थे। इस मौके पर हनुमान बेनीवाल ने बताया कि उनकी प्रमुख मांग सीबीआई जांच के लिए सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि इस वीभत्स हत्याकांड की सीबीआई से जांच कराना बेहद जरूरी है, और अन्य मांगों पर भी सहमति बनी है। ओसियां विधायक भेराराम सियोल ने भी इस पर सहमति जताई और कहा कि उच्च अधिकारियों से मंजूरी लेकर सुबह तक इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी। इसके आज दोपहर में कुड़ी स्थित वीर तेजाजी मंदिर में चल रहे धरना स्थल पर हनुमान बेनीवाल, ओसियां विधायक भेराराम सियोल, सूरसागर विधायक देवेन्द्र जोशी ने अनीता के परिजनों के साथ अधिकांश मांगें मानने की घोषणा की। अनीता चौधरी के परिजनों ने सीबीआई जांच, दुबारा पोस्टमार्टम, तैयब अंसारी की गिरफ्तारी, मुआवजा और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई विशेष रूप से डीसीपी और थानाधिकारी के निलंबन की मांग की थी। इस पर मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के लिए सरकार की तरफ से सिफारिश करने, परिजनों को 51 लाख की आर्थिक सहायता, दोषी पुलिस अधिकारियों को हटाने पर सहमति बनी है।
21 दिन से शव को अंतिम संस्कार का इंतजार
ब्यूटीशियन अनीता चौधरी के शव का अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हो सका है। इस हत्याकांड को 23 दिन हो गए है। जमीन में गड़े शव के छह टुकड़े मिले हुए भी 21 दिन हो गए हैं। पुलिस ने पंद्रहवें दिन एम्स की मोर्चरी में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम कराया, लेकिन परिजन अपनी मांगों को लेकर अंतिम संस्कार नहीं करवाने पर अड़े रहे।