स्थानीय लोगों के मुताबिक, श्यामनगर स्थित पूर्व अस्थायी बांध पहले से ही बनाया गया था और इसके संबंध में नागरिकों ने 20 जून 2025 को उप नगर आयुक्त को ज्ञापन भी सौंपा था। मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी थी, इसके बावजूद प्रशासन ने सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए।
प्रभावित इलाकों के लोगों का कहना है कि डैम का फाटक बिना पूर्व सूचना खोले जाने से नदी का पानी अचानक रिहायशी इलाकों में घुस गया। लोग किसी तरह अपनी जान बचा पाए, लेकिन उनके घरों का कीमती सामान, जरूरी दस्तावेज और राशन पूरी तरह नष्ट हो गया।
राष्ट्रीय जनता दल के ओबीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष रमेश शाह सहित अन्य स्थानीय लोगों ने शनिवार को प्रशासन से मांग की कि पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द मुआवजा और राहत राशि प्रदान की जाए। उनका कहना है कि इस त्रासदी से जो क्षति हुई है, उसकी भरपाई केवल सरकार की आर्थिक सहायता से ही संभव है। साथ ही, भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए उचित योजना और अलर्ट सिस्टम लागू करने की भी मांग की गई है।
पूर्वी सिंहभूम।
पूर्वी सिंहभूम।चांडिल डैम का फाटक अचानक रातों-रात खोल दिए जाने से जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में गत दिन बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए। इमाम नगर, रामनगर, संजीवनी पथ और हनुमंत नगर जैसे कई मोहल्लों में नदी का पानी तेजी से घुस गया, जिससे घरों में पानी भरने से लोगों का भारी नुकसान हुआ।