नई दिल्ली। दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण चौथे दिन भी यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शन में बैठे कर्मचारियों का कहना है कि डिपो में काम करने की शर्तें उचित नहीं हैं। प्रदर्शन में बैठे लोग 'समान कार्य समान वेतन' की मांग पर अड़े हुए है। इतना ही नहीं, उनके समर्थन में दिल्ली के अन्य डिपो के चालक-परिचालक चौथे सड़कों पर उतर आए हैं।
डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन के महासचिव मनोज शर्मा ने बताया कि महिलाओं के समर्थन में दिल्ली के अंबेडकर नगर डिपो, ओखला डिपो, टेकन डिपो, कालकाजी डिपो, नारायणा डिपो, शादीपुर डिपो, केशवपुर डिपोए नंद नगरए मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, इन्द्रपुरी, महराैली व अन्य डिपो में कर्मचारी बसों को न चला कर 'समान कार्य समान वेतन' समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन के चलते करीब एक हजार से अधिक बसें मंगलधार को दिल्ली की सड़कों पर नहीं उतरी। उन्होंने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती तो यह प्रदर्शन और उग्र होगा।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को देश के पहले ऑल-वुमन बस डिपो ‘सखी’ की शुरुआत की गई, लेकिन पहले ही दिन महिला कर्मचारियों ने इसे लेकर विरोध कर दिया। आज प्रदर्शन का चौथा दिन है।