देहरादून, उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा की राह आसान बनाने में
लगातार जुटी हुई है। आस्था की डगर पर श्रद्धालुओं के कदम न डगमगाए, इसके
लिए पग-पग पर हर सुविधा मिलेगी।
उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर जाने
वाले तीर्थ यात्रियों को अपने स्वास्थ्य को लेकर कोई टेंशन लेने की जरूरत
नहीं है। तीर्थ यात्रियों को बेहतर और उम्दा स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया
कराने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने कारगर प्लान बनाया है।
दिल, सांस, बुजुर्ग सहित अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित तीर्थ यात्रियों
को यात्रा रूट पर ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाएंगी। यहीं नहीं,
चारधाम यात्रा रूट पर डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए मैदानी इलाकों से
रोटेशन पर डॉक्टर भेजे जाएंगे। जबकि पहाड़ों पर तैनात डॉक्टरों को दिल की
बीमारी से जुड़ी कार्डियक ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ऐसे में गंभीर मरीजों की
जान बचाना आसान हो सकेगा।
चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटा स्वास्थ्य महकमा-
आगामी
10 मई से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के सफल संचालन को लेकर उत्तराखंड
के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने चारधाम यात्रा से संबंधित
व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
उत्तराखंड
सरकार चारधाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं
मुहैया कराने में जुटी हुई है। उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश
कुमार गत वर्ष चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत
जानने के लिए यात्रा मार्ग पर पहुंचे और केदारनाथ धाम की यात्रा उन्होंने
पैदल तय की। इस दौरान उन्होंने यात्रा ड्यूटी में तैनात स्वास्थ्य
कर्मचारियों-अधिकारियों का मनोबल बढ़ाया।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया
कि चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। पिछली बार की तर्ज पर 11
भाषाओं में एसओपी जारी की गई है। अन्य राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र
लिखा गया है कि उनके यहां से कोई डॉक्टर अगर चारधाम यात्रा में अपनी
सेवाएं देने को इच्छुक हो तो उसकी जानकारी उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग के
साथ साझा करें।