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धमतरी : भीषण गर्मी से मिली राहत, तापमान में छह डिग्री की गिरावट



धमतरी धमतरी जिले में देर रात व अलसुबह तेज वर्षा हुई। वर्षा के चलते सड़कों में जगह-जगह पानी भर गया। इसी तरह धान की तैयार हो रही फसल को भी नुकसान पहुंचा है। सुबह के समय स्कूल आने -जाने वाले विद्यार्थियों को भी वर्षा के चलते काफी परेशानी हुई। रात भर रुक रुककर वर्षा होती रही जो सुबह साढ़े सात बजे तक होती रही।

शनिवार से मौसम में बदलाव आ चुका है। दो दिन पहले तापमान 40 डिग्री पर था, वह 34 तक गिर गया है। दो दिन दिनों में तापमान दो से चार डिग्री तक और गिरने की संभावना है। मौसम विज्ञान विभाग लालपुर रायपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक द्रोणिका आंतरिक उड़ीसा से छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा होते हुए तमिलनाडु तक 1.5 किमी की ऊंचाई पर स्थित है। इसके प्रभाव से प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हुई है। सोमवार को अंधड़, गरज-चमक के साथ वर्षा हुई। आगामी दो दिनों में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की गिरावट आ सकती है। शहर के चंपा लाल साहू, जनक राम देवांगनने बताया कि सुबह देखते ही देखते आसमान पर काले घने बादल छा गए। ऐसा लगा कि अब भारी बारिश होगी। गरज- चमक के साथ कुछ तेज हवाएं भी चलने लगीं। कुछ समय तक बूंदाबांदी हुई फिर काले बादल छंटने लगे। ठंडी हवा चलने से उन्हें गर्मी का अहसास ही नहीं हुआ। वर्षा होने से लोगों को भारी गर्मी से राहत मिली है।
बे मौसम वर्षा से किसान चिंतित

गर्मी के मौसम में हो रही तेज वर्षा से रबी फसल के रूप में तैयार हो रही धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। कई खेतों में धान की फसल गिर गई है। धमतरी जिले के मगरलोड, नगरी, कुरुद, धमतरी ब्लाक में बड़े पैमाने पर किसानों ने धान की फसल लगा रखी है। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 40 हेक्टेयर से भी अधिक क्षेत्र धान लगाई गई है। गर्मी के मौसम में बदलाव का सीधा असर धान की तैयार हो रही फसल पर पड़ रहा है। ऐन फसल कटाई के समय वर्षा होने से किसानों को संभावित नुकसान की चिंता सता रही है। शायमतराई के किसान आत्माराम साहू, उमेश कुमार साहू, कुर्रा के किसान धनीराम सिन्हा का कहना है कि धान की लागत काफी बढ़ गई है। फसल तैयार होने के दौरान वर्षा होने से धान का रंग कुछ हद तक काला पड़ जाता है, जिससे इसकी कीमत पर असर पड़ता है।


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