नई
दिल्ली,। दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर आबकारी
घोटाला मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके कार्यकाल
तक अंतरिम जमानत देने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि तिहाड़
जेल के अंदर केजरीवाल की जान को खतरा है। हाई कोर्ट इस याचिका पर 22 अप्रैल
को सुनवाई करेगा।
याचिका लॉ स्टूडेंट अभिषेक चौधरी ने दायर की है।
अभिषेक चौधरी ने वी द पीपल ऑफ इंडिया के नाम से याचिका दायर की है।
याचिकाकर्ता ने कहा है कि वो वी द पीपल ऑफ इंडिया के नाम से इसलिए याचिका
दायर कर रहे हैं, क्योंकि वे इस याचिका के जरिये कोई नाम हासिल नहीं करना
चाहते हैं।
याचिका में कहा गया है कि दिल्ली की जेलों में समय पर
इलाज नहीं मिलने की वजह से कई लोगों की मौत हो चुकी है। अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं, इसलिए उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधाएं,
चिकित्सा उपकरण और डॉक्टर चौबीसों घंटे उपलब्ध कराया जाना चाहिए, लेकिन ये
सभी सुविधाएं न्यायिक हिरासत में उपलब्ध नहीं कराई जा सकती हैं, क्योंकि
जेल में खतरा काफी ज्यादा है। केजरीवाल की जान को खतरा बताते हुए याचिका
में कहा गया है कि जेल में दुर्दांत अपराधी मौजूद हैं, जिनके खिलाफ रेप,
हत्या, डकैती और बम ब्लास्ट तक के केस दर्ज हैं। ये सभी अपराधी केजरीवाल के
बैरक से कुछ ही मीटर की दूरी पर हैं।
याचिका में कहा गया है कि जेल
प्रशासन और पुलिस अधिकारी अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर
सकते हैं, क्योंकि वे इस काम के लिए प्रशिक्षित नहीं हैं। सुरक्षा का काम
वे प्रशिक्षित कमांडो ही कर सकते हैं, जिन्हें वीआईपी की सुरक्षा की
ट्रेनिंग मिली हो।
उल्लेखनीय है कि 15 मार्च को कोर्ट ने केजरीवाल
की न्यायिक हिरासत 23 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी थी। 21 मार्च को हाई कोर्ट
से केजरीवाल को गिरफ्तारी से संरक्षण नहीं मिलने के बाद ईडी ने 21 मार्च को
ही देर शाम को उनको पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। केजरीवाल इस मामले
में फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद हैं।