ठेकेदार का कहना था कि दिलशाद काम पर आया ही नहीं। नसीमा ने आरोप लगाया कि दिलशाद जिस दिन घर से निकला था। वह कपड़े उसके शव पर नहीं मिले। बल्कि ठेकेदार के पास जो कपड़े थे, वही उसके शरीर पर पाए गए। परिजनों ने यह भी बताया कि दिलशाद के फोन में एक महिला से एक अक्टूबर के आसपास कई बार बातचीत हुई थी। जिससे शक और गहरा गया है कि उसकी हत्या की गई है। परिवार की शिकायत के बाद जीआरपी एसपी ने मामले की जांच अंबाला कैंट की तीन-सदस्यीय जीआरपी टीम को सौंपी गई है।
टीम ने पानीपत जीआरपी थाने पहुंचकर जांच शुरू की और परिवार के सदस्यों के साथ उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां दिलशाद का शव मिला था। टीम ने रेलवे लाइन के आसपास के क्षेत्र में भी बारीकी से छानबीन की, लेकिन अब तक कोई पुख्ता सुराग सामने नहीं आया है। जीआरपी थाना प्रभारी चंदन सिंह ने बताया कि परिजनों ने हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया है। अंबाला जीआरपी टीम कई एंगल से जांच कर रही है और नए सिरे से सभी पहलुओं की समीक्षा की जा रही है।
पानीपत। पानीपत के बाबरपुर के पास रेल पटरी के किनारे डेढ़ माह पहले यूपी के शामली निवासी दिलशाद का शव मिलने की घटना की दोबारा जांच शुरू हो गई है। परिजनों ने एसपी से मुलाकात करके हत्या की आशंका जताई थी। मृतक की बहन नसीमा ने बताया कि एक अक्टूबर को ठेकेदार का फोन आने के बाद दिलशाद काम पर जाने के लिए घर से निकला था। 4 अक्टूबर को परिवार को सूचना मिली कि उसकी ट्रेन से कटकर मौत हो गई।













