हरिद्वार।पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था ने अवैध खनन में इस्तेमाल की जा रही बुग्गियों के महिष वंशीय (झोटा) के क्रूरतापूर्ण शोषणका मामला उठाया है। मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ धनंजय कुमार ने जिलाधिकारी के माध्यम से रानीपुर कोतवाली पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
पीपुल्स फॉर एनिमल के यूनिट प्रभारी आदित्य शर्मा नेशिकायत में बतायाकि रानीपुर कोतवाली पुलिस ने अवैध खनन में लगी कई बुग्गियों कोसीज किया था। जांच में सामने आया कि बुग्गी मालिकोंने अधिक रेत खिंचवाने के लिए चाबुक पर कीलें लगाई थीं औरझोटे( भैंसा)को मजबूर करने के लिए चाबुक के डंडे में भी लोहे की कीलठोंकी हुई थी।
चाबुक पर लगाई गई कीलों से जानवरों को गंभीर चोट पहुंचाई जाती है, ताकि वह अधिक भार खींचने के लिए मजबूर हो जाएं। इस अमानवीय कार्य की वीडियोमुख्य पशु चिकित्साधिकारी को भेजा गई थी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. धनंजय कुमार चंद ने शिकायत कोगंभीर मानते हुए तत्काल जिलाधिकारी हरिद्वार को इस मामले का संज्ञान लेकरआवश्यक कार्यवाही हेतु पत्र लिखा तथारानीपुर कोतवाली को निर्देशितकियाकि जांच कर सीज की गई बुग्गियों के स्वामियों पर पशु क्रूरता अधिनियम की धाराओं के तहतकार्यवाही की जाए। निर्देशमें कहा गया है किदोषियों से भविष्य में ऐसी क्रूरता न करने का शपथ पत्र लेकर आगे के लियेकठोर चेतावनी दी जाए।
आदित्य शर्मा ने बतायाकिअवैध खनन के साथ पशु क्रूरता को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंनेजिलाधिकारी (अध्यक्ष, पशु क्रूरता समिति) एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (उपाध्यक्ष) से भी अनुरोध कियाकि पशु क्रूरता रोकथाम के नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए तथा दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
अवैध खनन में इस्तेमाल बुग्गिओं के भैंसों पर क्रूरता का पशु चिकित्साधिकारी ने लिया संज्ञान












