फतेहाबाद। एंटी करप्शन ब्यूरो ने मंगलवार दोपहर फतेहाबाद में छापेमारी कर दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के जेई धर्मवीर सिंह रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा है। जेई पर बीजेपी नेता एवं बिजली निगम के ठेकेदार भवानी सिंह से बिल पास करने की एवज में एक लाख रुपये मांगने का आरोप है। बीजेपी नेता ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो को दे दी। इसके बाद एसीबी की टीम ने बिजली निगम कार्यालय में छापेमारी कर जेई को 34 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। कार्रवाई के बाद बिजली निगम कार्यालय में भी हडक़ंप की स्थिति हो गई। मिली जानकारी के अनुसार, बीजेपी किसान मोर्चा का पूर्व प्रदेश सचिव भवानी सिंह बिजली निगम में ठेकेदारी का काम करता है। उसने गांव धिड़ से टाहलीवाली ढाणी तक बिजली लाइन खींची थी। उसका 9 लाख रुपए का बिल पास करवाने के लिए उनकी टीम डेढ़-दो महीने से बार-बार चक्कर काट रही थी, मगर कोई न कोई आपत्ति लगाकर बिल पास नहीं किया जा रहा था। भवानी सिंह ने बिजली निगम में कार्यरत जेई धर्मवीर सिंह पर आरोप लगाया कि धर्मवीर सिंह ने बिजली लाइन खींचने के कार्य का बिल पास करने के लिए उससे एक लाख रुपये रिश्वत मांगी। जेई ने कहा कि पिछले काम के भी पैसे बाकी हैं। एक बार 34 हजार रुपए दे दो, बाकी बाद में देख लेंगे। भवानी सिंह के अनुसार जेई ने बिल पास करने की एवज में 34 हजार रुपए की रिश्वत मांग ली। इस पर भवानी सिंह ने एसीबी हिसार को शिकायत दी। तय समय पर भवानी सिंह जैसे ही बिजली निगम कार्यालय पहुंचकर रिश्वत की रकम धर्मवीर सिंह को सौंपने लगा। उसी समय एसीबी की टीम ने मौके पर दबिश देकर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जेई धर्मवीर सिंह दिव्यांग हैं। वह भट्टू क्षेत्र के गांव रामसरा का निवासी है। उसकी ड्यूटी सिटी सब डिवीजन के अंतर्गत थी। कुछ ग्रामीण एरिया का हिस्सा उसके अधीन आता है। भवानी सिंह ने बताया कि बिल रोकने के मामले में जेई के उच्चाधिकारियों को भी कहा गया। उन्होंने भी इसको बिल पास करने के निर्देश दिए, मगर उनकी भी सुनवाई नहीं की।