नई
दिल्ली, । कंटेनर जहाज एमएससी एरीज़ के भारतीय चालक दल
के सदस्यों में से एक केरल के त्रिशूर की भारतीय डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ
गुरुवार को दोपहर कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित स्वदेश लौट
आयीं।
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए
कहा कि तेहरान में भारतीय मिशन और ईरानी सरकार के ठोस प्रयासों से यह संभव
हुआ है। मंत्रालय के अनुसार हवाई अड्डे पर कोचीन के क्षेत्रीय पासपोर्ट
अधिकारी ने जोसेफ का स्वागत किया।
मंत्रालय ने आगे कहा कि तेहरान
में भारतीय मिशन कंटेनर जहाज के शेष 16 भारतीय चालक दल के सदस्यों के
संपर्क में है। चालक दल के सदस्य ठीक और स्वस्थ हैं और भारत में अपने
परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं।
भारतीय मिशन एमएससी एरीज़ के
शेष चालक दल के सदस्यों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए ईरानी अधिकारियों के
साथ भी संपर्क में है। इससे पहले विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस मामले
पर अपने ईरानी समकक्ष विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियन से बात की थी।
उल्लेखनीय
है कि ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष के चलते वाणिज्यिक जहाज एमएससी
एरीज़ को ईरान ने अपने कब्जे में लिया था। इसमें 17 चालक दल सदस्य भारतीय
हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने महिला सदस्य की वापसी को ‘मोदी की
गारंटी से जोड़ा’ है। उन्होंने कहा है कि मोदी की गारंटी हमेशा देश या
विदेश में काम करती है।