मौसम विज्ञान केन्द्र, जयपुर ने आगामी दिनों में दक्षिणी राजस्थान के उदयपुर और जोधपुर संभाग में मेघगर्जन के साथ मध्यम से कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना जताई गई है। वहीं, कोटा, अजमेर, जयपुर, भरतपुर और बीकानेर संभाग में भी हल्की से मध्यम बरसात हो सकती है। अगस्त के अंतिम सप्ताह में बंगाल की खाड़ी में मानसूनी तंत्र सक्रिय होगा, जिससे राज्य के अधिकांश हिस्सों में वर्षा की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।
सोमवार को प्रदेश के कई स्थानों पर मानसून सक्रिय रहा। सबसे अधिक वर्षा उदयपुर के डबोक में 26.6 मिमी दर्ज की गई। कोटा में 7.0 मिमी, चित्तौड़गढ़ में 3.0 मिमी, जैसलमेर में 1.2 मिमी और हनुमानगढ़ के सांगरिया में 1.0 मिमी बरसात हुई। इसके अलावा अजमेर, भीलवाड़ा, अलवर, जयपुर, सीकर, जोधपुर, बाड़मेर, बीकानेर, चूरू और श्रीगंगानगर में बारिश नहीं हुई और मौसम शुष्क बना रहा।
सोमवार को बीकानेर और जैसलमेर सबसे गर्म स्थान रहे, जहां पारा क्रमशः 40.1 और 40 डिग्री तक पहुंच गया। बाड़मेर में 38.8, जोधपुर में 37.7, चूरू में 37.8 और श्रीगंगानगर में 37.5 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। राजधानी जयपुर में अधिकतम तापमान 35.4 और न्यूनतम 27.8 डिग्री रहा। इसी तरह अजमेर, भीलवाड़ा, अलवर, सीकर, नवलगढ़, चित्तौड़गढ़ और दौसा में पारा 34 से 35 डिग्री के बीच दर्ज हुआ। दक्षिणी राजस्थान में उदयपुर का डबोक सबसे ठंडा रहा, जहां अधिकतम तापमान 31.6 डिग्री रहा।
राजस्थान में कमजोर मानसून से बढ़ी उमस, बीकानेर में पारा 40 डिग्री के पार

जयपुर। अगस्त माह में कमजोर मानसून के कारण राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में गर्मी और उमस का दौर बना हुआ है। राज्य के कई इलाकों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया, जबकि बीकानेर 40.1 डिग्री के साथ सबसे ज्यादा गर्म रहा। बारिश फिलहाल दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान तक ही सीमित है, जबकि पश्चिमी रेगिस्तानी क्षेत्रों में उमस और तपिश का असर है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार शाम 5:30 बजे तक हवा में नमी की मात्रा औसतन 50 से 85 प्रतिशत के बीच दर्ज की गई।