किसान नेताओं ने विधायक को बताया कि प्रदेश में किसान-मजदूर वर्तमान में कई गंभीर समस्याओं का सामना करना कर रहे हैं। बदलते मौसम, बाजार व्यवस्था व फसल के उचित मूल्य न होने के कारण इन्हें आर्थिक, सामाजिक व मानसिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि किसानों-मजदूरों का सम्पूर्ण कर्जा माफ किया जाए। सरकार की नीतियों, प्राकृतिक आपदाओं व फसलों के उचित दाम न मिलने के कारण किसान-मजदूर कर्ज में डूब चुका है। कर्जामाफी ही किसान व किसानी को बचाने का हल है। इसके अलावा हरियाणा किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने एमएसपी पर फसल खरीद का गारंटी कानून बनाने, ट्रैक्टर पर बढ़ाया गया रजिस्ट्रेशन टैक्स वापस लेने, नकली गेट पास व फर्जी पोर्टल के माध्यम से धान खरीद में हुए घोटाले की निष्पक्ष जांच एजेंसी से करवाने, हर साल बारिश से होने वाले नुकसान से बचने के लिए नदी-नालों की सफाई करवाने व नहरों के बांधों को मजबूत करने, घग्घर की खुदाई करवाने, दोनों तरफ के बांध मजबूत करके पक्की सडक़ों का निर्माण करवाने की मांग की है।
इसके अलावा किसानों को खराब फसलों का मुआवजा देने, ट्यूबवेल कनेक्शन जारी करने, बिजली बिल-2025 रद्द करने, बिना किसान के सहमति के केसीसी व अन्य बैंक खातों से फसल बीमा प्रीमियम न काटने, मनरेगा के कार्य को तुरंत शुरू करवाने, आवारा पशुओं को उनकी उचित जगह भेजकर जान-माल के नुकसान को बचाने तथा किसानों के खेतों से निकाली जाने वाली एचटी बिजली लाइनों को किसान की सहमति के बिना न निकालने की मांग उठाई है
विधायक बलवान सिंह से मिला किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल
फतेहाबाद। किसानों व मजदूरों की समस्याओं को लेकर हरियाणा किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को फतेहाबाद के विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया से मिला और उन्हें 16 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने विधायक से मांग की कि वह इन मांगों को 18 दिसंबर से शुरू होने वाले हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उठाकर इन्हें पूरा करवाकर किसानों, मजदूरों को राहत देने का काम करें। प्रतिनिधिमंडल में किसान नेता मलकीत उप्पल, सुरजीत उप्पल, रविन्द्र हिजरावां, राकेश अरोड़ा, भूपेन्द्र रंधावा सहित अनेक किसान शामिल रहे।












