जौनपुर। जिला जेल में शनिवार सुबह उस समय हलचल तेज हो
गई जब बसपा के पूर्व सांसद बाहुबली धनंजय सिंह को अचानक जिला जेल से
निकालकर दूसरे जेल में शिफ्ट करना शुरू कर दिया गया। पूर्व सांसद को दूसरे
जेल में शिफ्ट किए जाने की खबर मिलते ही उनके समर्थक जिला जेल पहुंच गए।
बाहुबली
धनंजय सिंह को बीते 06 मार्च को जौनपुर न्यायालय द्वारा अपहरण एवं रंगदारी
के मामले में सात वर्ष की कैद की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद से ही वह जिला
जेल में बंद थे। शनिवार की सुबह उन्हें जिला कारागार से निकाल कर एंबुलेंस
के जरिए बरेली जिला कारागार के लिए रवाना कर दिया गया। हालांकि इस मामले
में जेल प्रशासन की ओर से अभी तक कोई बयान जारी नहीं हुआ है कि किन कारणों
से उन्हें स्थानांतरण किया गया है।
इस मामले में जेल अधीक्षक एसके
पांडे ने बताया कि शासन के मनसा के अनुरूप कार्य किया जा रहा है। जेल बदली
करने का आदेश गुरुवार की शाम को ही आया था, उसका क्रियान्वयन शनिवार की
सुबह हुआ है।
उल्लेखनीय है कि धनंजय सिंह के खिलाफ जिले में चल रही
नमामि गंगे परियोजना की मैनेजर अभिनव सिंघल ने लाइन बाजार थाने में तहरीर
दी थी। आरोप लगाया गया था कि धनंजय सिंह ने उनसे रंगदारी मांगी है। उनका
अपहरण करके उनके आवास भी लाया गया था। इस मामले में जनपद की शीर्ष अदालत ने
पूर्व सांसद को सात वर्ष की कैद की सजा और 50 हजार रुपये जुर्माना की सजा
सुनाई थी। उन्होंने हाईकोर्ट में अपील दायर किया था, जिस मामले में आज
फैसला आना था। ऐसे में अचानक से उनका बरेली जेल में ट्रांसफर किया जाना
कहीं ना कहीं आगामी 29 अप्रैल से लोकसभा चुनाव की लिए शुरू हो रहे नामांकन
को देखते हुए जिला प्रशासन व शासन द्वारा यह निर्णय लिया गया है। धनंजय
सिंह की पत्नी व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीकला धनंजय सिंह बहुजन समाज पार्टी
से लोकसभा सदर की उम्मीदवार हैं।