अंकित को यह प्रेरणा अंबिकापुर के एक किसान से मिली और इसे अपनाने का निर्णय ले लिया। अंकित बताते है कि, अब तक करीब डेढ़ लाख रूपये लगाकर खीरे की खेती की है। उनकी मेहनत का नतीजा है कि, हर सीजन में उन्हें तीन से चार लाख रूपये तक लाभ हो रहा है।
अंकित मंडल ने बताया कि खेती से तैयार खीरे की आपूर्ति स्थानीय मंडियों के साथ-साथ आसपास के जिलों एवं अन्य राज्यों तक होती है। बाजार में खीरे की लगातार मांग रहने से उन्हें आय का स्रोत मिल रहा है।
अंकित बताते है कि, यदि किसान सही फसल और आधुनिक तकनीक अपनाकर मेहनत करे, तो खेती भी बेहतर आय का जरिया बन सकता है। उनकी सफलता ने क्षेत्र के अन्य किस इन को भी खीरे की खेती करने के लिए प्रेरित किया है।
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत कृष्णानगर के किसान अंकित मंडल अपनी मेहनत और लगन से खीरे की खेती कर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। बीते करीब सात वर्ष से अंकित लगातार खीरे की खेती करते आ रहे है। हर सीजन उन्हें इससे अच्छा मुनाफा भी होता है।