लखनऊ,। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से मिलकर कोविड के वक्त लिये
गये आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने उन्हें निकाले जाने की शिकायत की। इस पर
उपमुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त कर कहा कि उत्तर प्रदेश में कोविड के वक्त
लिये गये डाक्टर, नर्स और विभिन्न पदों के नौजवानों को हटाया गया है,
इसमें पचपन सौ कर्मचारियों का समायोजन कर लिया गया है। अभी बाइस सौ के करीब
कर्मियाें का समायोजन होना बाकी हैं, जल्द ही इसे भी पूरा कर लिया
जायेगा। हमारी सरकार किसी के साथ अन्याय नहीं होने देगी। आप सभी का समायोजन
होगा।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने आवास पर कोविड
कर्मचारियों से मिलकर कहा कि कोविड के वक्त लिये गये कर्मचारियों को हटाने
का निर्णय हुआ है, इससे आप सभी को कठिनाई हो रही हैं। मैं स्वयं मामले को
देख रहा हूं। आपको निकालने से पहले अधिकारियों ने समायोजन की योजना बनानी
चाहिए थी। फिलहाल आप सभी का समायोजन होगा। आप से आग्रह है कि कुछ समय
दीजिए, जल्द ही आपको समायोजित किया जायेगा।
बता दें कि उत्तर
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने कोविड काल में आउटसोर्सिंग के माध्यम से
कर्मचारी के रुप में डॉक्टर, नर्स, कम्प्यूटर ऑपरेटर, लैब से जुड़े
टेक्नीशियन व अटेंडेंट के पदों पर हजारों नौजवानों को रोजगार दिया गया था।
इस व्यवस्था के चार वर्ष बीतने को आये तो अब इन्हें हटा दिया गया। जिसके
बाद से ये सभी सड़क पर घूम रहे हैं। इन कर्मचारियाें ने अपने समायोजन की
मांग लेकर उपमुख्यमंत्री से उनके आवास पर मुलाकात की।