लेकिन, उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान एक विवाद भी देखने को मिला। भाजपा जिलाध्यक्ष शिवानी दायमा का स्वागत न होने पर वे भड़क गईं।
बताया जा रहा है कि मेला अधिकारी रामकिशन महावर ने जनप्रतिनिधियों के नाम लेकर स्वागत किया, लेकिन जिलाध्यक्ष का नाम नहीं लिया। इससे वे और उनके समर्थक नाराज़ हो गए और मेला अधिकारी से कहासुनी करने लगे। नाराज़ जिलाध्यक्ष ने मेला अधिकारी से कहा कि आपको भरतपुर का प्रोटोकॉल तक पता नहीं है। वहीं कार्यकर्ताओं ने भी आरोप लगाया कि मेला अधिकारी कांग्रेस नेताओं का नाम ले रहे थे, लेकिन बीजेपी जिलाध्यक्ष को अनदेखा किया गया। इस दौरान माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया।
बाद में शिवानी दायमा ने सफाई दी कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कुछ नहीं कहा, बल्कि कार्यकर्ताओं को यह बात खल गई कि जिलाध्यक्ष का नाम नहीं लिया गया। बाद में मेला अधिकारी ने उनका नाम भी शामिल कर लिया।
जसवंत प्रदर्शनी छह अक्टूबर तक चलेगी। इस दौरान देशभर से आए व्यापारी यहां अपनी दुकानें लगाएंगे। मेले में झूले, सर्कस, मौत का कुआं और अन्य मनोरंजन के साधन भी लोगों को आकर्षित करेंगे।
गौरतलब है कि यह प्रदर्शनी 1919 में महाराजा किशन सिंह ने अपने दादा जसवंत सिंह की याद में शुरू की थी। आज भी यह मेला भरतपुर की पहचान और परंपरा का अहम हिस्सा माना जाता है।
भरतपुर: 106 साल पुराने जसवंत प्रदर्शनी मेले में स्वागत न होने पर भड़क गईं बीजेपी जिलाध्यक्ष
भरतपुर। 106 साल पुराने जसवंत प्रदर्शनी मेले की शुरुआत शनिवार को हरिदास चौराहे स्थित नुमाइश मैदान में हुई। कलेक्टर कमर चौधरी और एसपी दिगंत आनंद ने पूजा-पाठ और ध्वजारोहण के साथ मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों और व्यापारियों सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।












