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पहलगाम आंतकी हमला के बाद भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी ने बढ़ाई चौकसी


- भारत से नेपाल आने-जाने वाले लोगों को पहचान-पत्र व आधार कार्ड दिखाए बिना जाने की अनुमति नहीं

पश्चिम चम्पारण (बगहा)। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देश अलर्ट मोड में है। सुरक्षा बलों की चप्पे-चप्पे पर नजर है। बिहार के वाल्मीकि नगर स्थित भारत-नेपाल सीमा पर भी एसएसबी ने चौकसी बढ़ी दी है। जांच को सख्त कर दिया गया है। यहां के गंडक बराज पर 21वीं वाहिनी बी कंपनी की तैनाती है।

एसएसबी के सहायक कमांडेंट अवधेश कुमार ने बताया कि बगहा कमांडेंट तपेश्वर राऊत के निर्देशानुसार गंडक बराज पर एसएसबी अलर्ट मोड़ पर है। सख्ती के साथ पहचान-पत्र और आधार कार्ड की जांच के साथ ही डॉग स्क्वायड, सीसी टीवी कैमरे, स्कैनर मशीन के सहयोग से गहन जांच की जा रही है। गंडक बराज के रास्ते आने जाने वालों और उनके समान की सघन तलाशी ली जा रही है। अजनबी और संदिग्ध व्यक्तियों की आईडी सत्यापन के बाद ही जाने की अनुमति दी जा रही है।

एसएसबी द्वारा वाहनों और पैदल आने जाने वाले राहगीरों के समानों की भी स्कैनर मशीन के द्वारा जांच की जा रही है। भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र में वांछितों और असमाजिक तत्वों पर एसएसबी जवानों के द्वारा पैनी नज़र रखी जा रही है। सीमाई क्षेत्रों में नियमित गश्ती को भी बढ़ा दिया गया है। एसएसबी के जवान सादे लिबास में भी निगरानी कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि वाल्मीकि नगर क्षेत्र से नेपाल की लगने वाली यह सीमा संवेदनशील मानी जाती है। इस क्षेत्र की कुछ सीमा भौगोलिक विषमताओं से भरी मानी जाती है। सीमा की सुरक्षा चुनौती भरी होती है। गंडक नदी भारत-नेपाल के इस क्षेत्र को दो भागों में बांटती हुई बीचो-बीच बहती है। बिहार ड्राई प्रदेश है। इसीलिए, एसएसबी जवानों के द्वारा अजनबी लोगों , हथियार तस्करों और देश विरोधी गतिविधियों पर पैनी नज़र रखी जा रही है।

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