आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर कोलकाता की चौरंगी विधानसभा सीट में सबसे अधिक मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं, जबकि बांकुड़ा जिले की कोतुलपुर विधानसभा में सबसे कम नाम कटे हैं।
चौरंगी विधानसभा क्षेत्र से कुल 74 हजार 510 मतदाताओं के नाम पुराने मतदाता सूची से हटाए गए हैं। यह सीट तृणमूल कांग्रेस की विधायक और अभिनेत्री से राजनीति में आईं नयना बनर्जी का प्रतिनिधित्व करती है। वह तृणमूल कांग्रेस के चार बार के लोकसभा सांसद सुदीप बनर्जी की पत्नी भी हैं।
इसके उलट कोतुलपुर विधानसभा क्षेत्र में केवल पांच हजार 678 मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक हरकाली प्रतिहेर चुने गए हैं।
उत्तर कोलकाता की ही जोरासांको विधानसभा सीट में 72 हजार 899 नामों के साथ दूसरे नंबर पर सबसे अधिक कटौती दर्ज की गई है। यहां से तृणमूल कांग्रेस के विधायक विवेक गुप्ता हैं। दक्षिण कोलकाता की बालीगंज विधानसभा सीट में 65 हजार 165 नाम हटाए गए हैं। इस सीट का प्रतिनिधित्व राज्य के पर्यटन मंत्री बाबुल सुप्रियो करते हैं।
शहर के उत्तरी छोर पर स्थित अल्पसंख्यक बहुल कोलकाता पोर्ट विधानसभा क्षेत्र में 63 हजार 717 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं। इस सीट से नगर विकास और शहरी मामलों के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम विधायक हैं।
इसके अलावा हावड़ा उत्तर विधानसभा में 60 हजार 436, बेलेघाटा में 56 हजार 493, काशीपुर बेलगछिया में 53 हजार 493 और श्यामपुकुर में 42 हजार 304 नाम हटाए गए हैं। हावड़ा उत्तर पड़ोसी हावड़ा जिले में आता है, जबकि बाकी सभी विधानसभा क्षेत्र कोलकाता नगर क्षेत्र में स्थित हैं।
कम नाम कटने वाले क्षेत्रों में कोतुलपुर के अलावा पूर्व मेदिनीपुर जिले की पाटाशपुर विधानसभा में छह हजार 418, नदिया जिले की करीमपुर में छह हजार 559, पूर्व मेदिनीपुर की ही नंदकुमार में छह हजार 651 और महिषादल में छह हजार 680 नाम हटाए गए हैं।
राज्य की कुल 294 विधानसभा सीटों को मिलाकर देखा जाए तो इस चरण में 58 लाख 20 हजार 899 मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार इनमें मृत मतदाता, स्थान बदल चुके मतदाता, जिनका पता नहीं चल सका, दोहरी प्रविष्टियां और अन्य वैध कारणों से हटाए गए नाम शामिल हैं।
बंगाल एसआईआर पहला चरण : चौरंगी विधानसभा में सबसे ज्यादा नाम कटे, कोतुलपुर में सबसे कम
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के पहले चरण के तहत मसौदा मतदाता सूची जारी होने के साथ ही यह चरण पूरा हो गया है। इस प्रक्रिया में राज्य की अलग-अलग विधानसभा सीटों से बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं।









.jpg)


