वाराणसी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में दर्शन पूजन के लिए आए
पांच श्रद्धालुओं को धाम के दक्षिणी द्वार के समीप अचानक करंट लग गया। इससे
वहां कुछ देर के लिए अफरा—तफरी मच गई। करंट की चपेट में आई दो लड़कियों की
हालत देखकर उन्हें सुरक्षा कर्मियों ने आनन—फानन में मंडलीय अस्पताल कबीर
चौरा पहुंचाया । शनिवार देर शाम घटना की जानकारी पाते ही मंदिर के मुख्य
कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा भी अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल में
प्राथमिक इलाज के बाद किशोरियों ने मंदिर के सीईओ से बातचीत की। सीईओं ने
उन्हें मंदिर में दुबारा दर्शन के लिए आमंत्रित किया। अन्य श्रद्धालुओं को
भी करंट का हल्का झटका लगा था। इस लिए प्राथमिक इलाज के बाद वे अस्पताल से
चले गए।
बताया गया कि धाम के दक्षिणी द्वार के समीप गर्मी
के कारण मंदिर के सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मी कूलर चलाकर बैठे हुए थे।
कूलर के तार के ऊपर किसी ने लोहे की बेंच रख दी थी। इससे कूलर का तार कट
गया। इसके चलते बेंच से करंट स्टील की बैरिकेडिंग में प्रवाहित होने लगा।
द्वार से गुजरने के दौरान पांच श्रद्धालु जैसे ही बैरिकेडिंग में पहुंचे
करंट की चपेट में आ गए। इसमें गुजरात के अहमदाबाद से आई राजल भूपति (16) और
संजना (17) करंट का झटका लगते ही अचेत हो गई।
मंदिर न्यास की ओर
से बताया गया कि दोनों लड़किया को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां प्राथमिक
इलाज के बाद दोनों लड़किया स्वस्थ हैं। परन्तु डर और नर्वस की स्थिति से
उबरने के लिए उन्हें कुछ देर तक अस्पताल में योग्य चिकित्सकों की देखरेख
में रखा गया। उनके परिजन भी साथ हैं।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी
विश्व भूषण मिश्रा के अनुसार भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न होने पाए,
यह हर हाल में सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल में
लड़कियों के इलाज के समय वे खुद मौजूद रहे। लड़कियों की स्थिति सामान्य हुई
तो वे मुस्कराते हुए अस्पताल से रवाना हुईं।