नोएडा: वाहन चोर गिरोह का किया पर्दाफाश, तीन शातिर गिरफ्तार
नोएडा। नोएडा के थाना सेक्टर-113 नोएडा पुलिस ने दोपहिया वाहन चोरी करने वाले एक सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इनके कब्जे और निशानदेही पर चोरी की कुल 9 मोटरसाइकिलें और एक कटी हुई मोटरसाइकिल के पार्ट्स बरामद किए हैं। यह कार्रवाई 31 दिसंबर 2025 को एफएनजी सर्विस रोड स्थित ग्रीन बेल्ट, सेक्टर-123 नोएडा क्षेत्र से की गई। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान फूल सिंह उर्फ मोनू पुत्र कैलाश, राजेन्द्र उर्फ छोटे पुत्र कुंवरपाल और राजपाल उर्फ भोला पुत्र ज्ञानी के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार, तीनों अभियुक्त नोएडा और एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय रूप से वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि अभियुक्त पहले नोएडा और आसपास के क्षेत्रों में रेकी करते थे। मौका मिलने पर मोटरसाइकिल चोरी कर लेते थे। चोरी के बाद या तो पूरी मोटरसाइकिल ग्राहक की मांग के अनुसार बेच दी जाती थी या फिर उसे काटकर उसके पार्ट्स अलग-अलग कर दिए जाते थे।
जानकारी के अनुसार, यह चोरी की गई मोटरसाइकिलें और उनके पार्ट्स मुख्य रूप से जिला बदायूं में ले जाकर बेचे जाते थे। चोरी से मिलने वाली रकम को अभियुक्त आपस में बराबर-बराबर बांटकर खर्च कर लेते थे। पकड़े गए आरोपियों की पहचान फूल सिंह उर्फ मोनू (उम्र करीब 22 वर्ष) निवासी ग्राम सिहोरा, थाना जुनावई, जिला सम्भल काे रूप में हुई है, जबकि वर्तमान में वह ग्राम बबराला, थाना बबराला, जिला सम्भल में रह रहा था।
दूसरा आरोपी राजेन्द्र उर्फ छोटे (उम्र करीब 20 वर्ष) निवासी वार्ड नंबर-03, नई कॉलोनी दहगवां, थाना जरीफनगर, जिला बदायूं है, और तीसरा आरोपी राजपाल उर्फ भोला (उम्र करीब 20 वर्ष) निवासी अम्बेडकर कॉलोनी, नई बस्ती दहगवां, थाना जरीफनगर, जिला बदायूं है।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, अभियुक्तों के खिलाफ पहले से भी वाहन चोरी के मुकदमे दर्ज हैं।
थाना सेक्टर-113 और थाना फेस-3 नोएडा में इनके विरुद्ध बीएनएस की धाराओं में मामले पंजीकृत हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह गिरोह पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा है। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से और उनकी निशानदेही पर कुल 10 वाहनों/पार्ट्स की बरामदगी की है, जिनमें एक कटी हुई मोटरसाइकिल के पार्ट्स और 9 अलग-अलग मोटरसाइकिलें शामिल हैं। इनमें हीरो स्प्लेंडर, हीरो स्प्लेंडर प्लस, हीरो स्प्लेंडर प्रो, बजाज डिस्कवर और पल्सर जैसी मोटरसाइकिलें शामिल हैं। कुछ वाहन बिना नंबर प्लेट के थे, जबकि कुछ के इंजन या अन्य महत्वपूर्ण पार्ट्स निकाले जा चुके थे।












