उरई। महिलाओं के खिलाफ बर्बरता और हैवानियत की एक चौंकाने वाली घटना उत्तर प्रदेश के जालौन जिले से सामने आई है। यहां एक नवविवाहित युवती ने राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान के सामने अपने पति और ससुराल वालों के अत्याचारों की दर्दनाक दास्तां सुनाई, जिसे सुनकर आयोग की अध्यक्ष भी स्तब्ध रह गईं।
दरअसल , महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान गुरुवार को अपने जालौन दौरे पर थी। इस दौरान उरई के रानी लक्ष्मीबाई सभागार में वह जनसुनवाई कर रही थीं। तभी एक नवविवाहित युवती ने शिकायती पत्र देते हुए अपने साथ हुए अमानवीय व्यवहार का खुलासा किया। युवती ने बताया कि उसकी शादी झांसी जिले के मोठ कस्बे में हुई थी। शादी के तुरंत बाद से ही उसके पति ने दहेज के लिए उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। पति ने न सिर्फ उसे पीटा, बल्कि उसके खाने-पीने और रोजमर्रा की जरूरतों तक पर कठोर पाबंदियां लगा दीं। पति के अत्याचार की इंतहा तब पार हो गई जब पति ने उसे एक लोहे के जाल में बंद कर दिया। किसी तरह सूचना मिलने पर पुलिस ने हस्तक्षेप किया और उसे उस जाल से आजाद कराया। पति की हैवानियत यहीं खत्म नहीं हुई। उसने अपनी पत्नी का अश्लील एमएमएस वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, ताकि उसका सामाजिक उत्पीड़न भी हो सके। इसमें सबसे हैरान करने वाला पहलू यह रहा कि पति ने पत्नी के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करा दिए।
इस बर्बरता की कहानी सुनकर महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान भी चौंक गईं। उन्होंने तत्काल मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीड़ित महिला के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों की तुरंत समीक्षा की जाए और उन्हें खत्म किया जाए। उन्होंने पीड़िता के पति और उसके परिवार के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के आदेश दिए और पीड़िता को तुरंत सुरक्षा और कानूनी सहायता मुहैया कराने के निर्देश दिए ।
नवविवाहिता पत्नी को लोहे के जाल में कैद कर प्रताड़ित किया, एमएमएस बनाकर वायरल किया












