माही नहर के पुराने पुल में कचरा जमा हो जाने के कारण नहर का पानी ओवरफ्लो होकर नयापाडा के घरों और खेतों में घुस रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि उनके पास अब दोबारा बुवाई के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष भवानी निनामा ने बताया कि सरपंच और सचिव को कई बार अवगत कराने के बावजूद नहर अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
मोहल्लावासियों ने प्रशासन से फसलों के नुकसान के लिए हर्जाना देने और समस्या के स्थायी समाधान की पुरजोर मांग की है।। इस बारे में माही परियोजना के कनिष्ठ अभियंता हरीश सुथार ने बताया कि मनरेगा में तकनीकी समस्या आ जाने से नरेगा श्रमिक नहीं आ रहे हैं जिससे नहर की सफाई नहीं हो पाई जिससे यह समस्या हुई है जिसको जल्द ही दूर करने के प्रयास किया जा रहा है।
नहर से ओवरफ्लो पानी से दर्जनों घर और खेत जलमग्न, तीन साल से परेशान हैं सैंकड़ों लोग
बांसवाड़ा। एक तरफ जहां सरकार 'हर घर नल योजना' के तहत पानी पहुंचाने का प्रयास कर रही है, वहीं नयापाडा के घर नहर के पानी से लबालब हैं। पानी घुसने से ग्रामीणों की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। बांसवाड़ा जिले की ग्राम पंचायत चिड़ियावासा के नयापाडा में ग्रामीण पिछले तीन वर्षों से माही नहर के पुराने पुल की समस्या से त्रस्त हैं, जिसका आज तक कोई स्थायी समाधान नहीं हो सका है।












