सहकारिता में आमजन की भागीदारी से कांग्रेस का वर्चस्व डगमगाया: मदन राठौड़ जयपुर, 16 जुलाई 2025 – भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने बुधवार को दादिया में 17 जुलाई को होने वाले "सहकार एवं रोजगार उत्सव" की तैयारियों का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वर्षों से सहकारिता क्षेत्र में जमे हुए कांग्रेस के मठाधीश अब अपने पदों के छिनने के डर से घबराए हुए हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अब आमजन की भागीदारी इस क्षेत्र में बढ़ रही है, जिससे सहकारिता की लोकतांत्रिक नींव मजबूत हो रही है और इससे कांग्रेस का वर्षों पुराना वर्चस्व टूटता नजर आ रहा है। मदन राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के नेता इस प्रक्रिया का विरोध केवल इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें अब समझ में आ रहा है कि सहकारिता विभाग पर उनका एकाधिकार खत्म हो चुका है। उन्होंने सहकारिता मंत्री अमित शाह की सराहना करते हुए कहा कि वे चुनाव प्रचार नहीं, बल्कि जनसेवा और संगठन निर्माण का कार्य कर रहे हैं, जिसकी वजह से जनता स्वेच्छा से उनके साथ खड़ी हो रही है। सहकारिता विभाग की प्राथमिकता अब केवल राजनीति नहीं, बल्कि आमजन को जोड़ने और सशक्त करने पर केंद्रित है, जिसमें पैक्स, कृषि समितियां, दुग्ध समितियां और कोऑपरेटिव बैंक जैसे क्षेत्र शामिल हैं। जातिगत आधार पर नए प्रदेश की मांग को ‘समाज तोड़ने वाली प्रवृत्ति’ करार देते हुए राठौड़ ने कहा कि यह केवल एक कल्पना है, जिसकी कोई व्यवहारिकता नहीं है। उन्होंने कहा कि भजनलाल सरकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए योजनाएं बना रही है जिससे हर वर्ग का नागरिक सशक्त और समृद्ध बन रहा है। जिनकी राजनीति खत्म हो चुकी है, वे अब जनता के कंधों पर बंदूक रखकर अपनी राजनीति चमकाना चाह रहे हैं, लेकिन अब जनता जागरूक है और ऐसी चालबाजियों को अस्वीकार कर चुकी है। पौधारोपण अभियान को लेकर उन्होंने कहा कि मानसून का समय वृक्षारोपण के लिए सबसे अनुकूल होता है। ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ जैसे सामाजिक अभियानों के माध्यम से आमजन को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ना एक सकारात्मक प्रयास है। उन्होंने कहा कि भाजपा का पौधारोपण अभियान राजनीति से ऊपर उठकर पर्यावरण और समाज के कल्याण के लिए है, और आज सभी वर्गों के लोग इस अभियान से जुड़कर प्रकृति संरक्षण में अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। इस पूरे संवाद में मदन राठौड़ ने एक स्पष्ट संदेश दिया कि भाजपा का फोकस सत्ता नहीं, सेवा और सशक्तिकरण है। सहकारिता से लेकर पर्यावरण तक, भाजपा नीतिगत और जमीनी प्रयासों से जनसरोकारों को जोड़ रही है और यही उसकी सबसे बड़ी ताकत बन रही है।
सहकारिता में आमजन की भागीदारी से कांग्रेस का वर्चस्व डगमगाया: मदन राठौड़
