कोटा । रंगबाड़ी स्थित बांके बिहारी मंदिर से रविवार को
फाल्गुनी पूर्णिमा पर संकीर्तन परिक्रमा निकाली गई। इसमें श्रद्धालुओं का
सैलाब उमड़ पड़ा। संकीर्तन मार्ग अपार श्रद्धा के मार्ग में तंग नजर आया।
संकीर्तन में एक लाख से ज्यादा लोगों की भागीदारी निभाई।
तलवंडी
स्थित राधाकृष्ण मंदिर से संकीर्तन परिक्रमा शुरू हुई। इसके साथ ही
श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी । जिस रास्ते से ठाकुर जी की परिक्रमा
निकली, लोगों ने स्वागत में पलक पावडे बिछा दिए। कहीं फूलों की वर्षा की
गई। कहीं प्रसाद के रूप में मेवा, मिष्ठान,पेठा, कचौरी, फल वितरित किए गए।
यात्रा के दौरान हर कोई ठाकुरजी के रंग में रंगा नजर आया। जगह-जगह राधा
कृष्ण की झांकियां सजाई गई। श्रद्धालु राधा-कृष्ण के संग नृत्य करते दिखे।
संकीर्तन परिक्रमा में दर्जनों झांकियां व भजन मंडलियां शामिल थी। इन भजन
मंडलियों के कलाकारों ने बांके बिहारी की देख छटा मेरो मन हो गयो लटा
पटा..., मेरो गुम बाजू बंद बृज की होरी में....आज बिरज में होरी रे रसिया
सरीखे भजनों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इससे पहले राधा
कृष्ण मंदिर से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, जयपुर से आए कथा व्यास आशीष
व्यास, भाजपा जिला अध्यक्ष राकेश जैन मडिया व मंदिर समिति के पदाधिकारी
राजेंद्र खंडेलवाल दामोदर मारू, गिरधर बढेरा, आनंद राठी समेत अन्य
पदाधिकारी की मौजूदगी में शंखनाद के साथ हरी झंडी दिखाकर कीर्तन परिक्रमा
को रवाना किया गया। भजनों की रसधार के बीच श्रद्धालु नृत्य करते नजर आए। आज
शाम सपने में आए... होली खेल गिरधर गोपाल से....बांस की बंसुरिया पे घणो
इतरावे... जैसे भजन गूंजते रहे और श्रद्धालु मंत्र मुग्ध होकर नृत्य करते
रहे। एक और जहां संकीर्तन परिक्रमा में हजारों लोग मौजूद थे। वहीं सैकड़ों
लोग श्रद्धालुओं का स्वागत करने को आतुर नजर आए। कहीं फूलों की वर्षा की जा
रही थी कहीं इत्र की फुहार और कहीं पर प्रसाद वितरित किया जा रहा था।
विभिन्न स्थानों पर धार्मिक व सामाजिक संगठनों के अलावा राजनीतिक संगठनों
ने जनप्रतिनिधियों ने भी संकीर्तन परिक्रमा का स्वागत किया। ऊर्जा मंत्री
हीरालाल नागर, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर समेत अन्य जनप्रतिनिधि अलग-अलग
स्थान पर स्वागत करते नजर आए।
इस दौरान हर कोई भक्ति के रंग में
रंगा हुआ नजर आ रहा था । लोगों ने ठाकुर जी के संग होली खेलने में कसर नहीं
छोड़ी। भजन व जयकारों के बीच श्रद्धालु फूलों से होली खेलते होली नजर आए।
कहीं एक दूसरे को गुलाल मलते दिखे। संकीर्तन परिक्रमा राधा कृष्ण मंदिर
तलवंडी से शुरू होकर परशुराम सर्किल, इंद्र विहार, महावीर नगर द्वितीय,
महावीर नगर तृतीय ,रंगबाड़ी रोड होते हुए निकाली गई। संकीर्तन परिक्रमा का
एक छोर रंगबाड़ी पहुंच गया था, तब पिछला सिरा महावीर नगर तृतीय चौराहे पर
था। तलवंडी से संकीर्तन परिक्रमा सुबह रवाना हुई लेकिन महावीर नगर
पहुंचते-पहुंचते दोपहर हो गई। रंगबाड़ी पहुंची तो संकीर्तन परिक्रमा का
बांके बिहारी मंदिर के पास समापन हुआ। इस मौके पर ठाकुर जी का आकर्षक रूप
से फूल बंगला सजाया गया व 56 भोग लगाए गए।