मंदसौर,। नगर में इस वर्षा सत्र में मानसून की बेरुखी और वर्षा
के अभाव के चलते सभी दूर बेचैनी महसूस की जा रही थी। तीन दिन पूर्व नगर
वासियों की बैठक में संपूर्ण नगर बंद महा उज्जैनी और सर्वधर्म प्रार्थना
रैली के आयोजन पर चर्चा की गई। और शुक्रवार को नगर में ऐतिहासिक स्वरूप में
इंद्रदेव को प्रसन्न करने के लिए महा उज्जैनी का आयोजन हुआ। संपूर्ण नगर
बंद रहा और सर्वधर्म प्रार्थना रैली निकाली गई।
गांधी चौराहा पर
स्थित विश्व पति शिवालय मंदिर में सभी धर्म के प्रमुख गण एकत्र हुए और
भगवान की पूजन अर्चन और महा आरती के बाद सर्वधर्म प्रार्थना रैली का
शुभारंभ हुआ। विश्व पति शिवालय मंदिर में शुभारंभ पूजन के समय ऋषिकेश के
पूज्य संत जो केशव सत्संग भवन में चतुर्मासिक प्रवचन के लिए पधारे हैं
पूज्य स्वामी आत्म स्वरूपानंद जी महाराज, भागवताचार्य पंडित मिथिलेश नागर
,पंडित दशरथ भाई शर्मा, पंडित विष्णु शर्मा, सेंट थॉमस स्कूल के
फादर,विधायक विपिन जैन,नपाध्यक्ष रमादेवी गुर्जर,पूर्व विधायक यशपालसिंह
सिसोदिया आदि उपस्थित थे।
यहां से श्री तलाई वाले बालाजी मंदिर ओर
श्री खड़े बालाजी मंदिर में दर्शन एवं नारियल भेंट कर सर्वधर्म प्रार्थना
रैली का कारवां आगे बढ़ा। प्रार्थना रैली में बड़ी संख्या में नगर वासी
श्रद्धापूर्वक सम्मिलित हुए आगे आगे सिंधी समाज द्वारा जल के देवता भगवान
झूलेलाल जी की ज्योत बहराना साहब का रथ चल रहा था सभी ने जोत के दर्शन किए।
यहां से नेहरू बस स्टैंड स्थित श्री बड़े बालाजी मंदिर ओर प्रार्थना रैली
के मार्ग पर आने वाले सभी धर्मस्थल कालिदास मार्ग स्थित श्री भैरवनाथ
मंदिर, शुक्ला चैक में वरुण देव मंदिर, नाहर सिंह माता जी का मंदिर, नया
जैन मंदिर, शीतला माता मंदिर, नरसिंह मंदिर, श्री द्विमुखी चिंता हरण गणपति
मंदिर, माहेश्वरी समाज के श्री चारभुजा नाथ मंदिर, धान मंडी स्थित भैरवनाथ
मंदिर, और शिव मंदिर सिख समाज के गुरुद्वारा से होकर प्रार्थना रैली
पशुपतिनाथ मंदिर संपन्न हुई इन सभी धर्मस्थलों पर प्रार्थना रैली में शामिल
महानुभावों ने दर्शन किए नारियल अर्पित कर प्रार्थना की कि मानसून सत्र
में नगर और अंचल में प्रचुर वर्षा हो और एक दिन पूर्व 25 जुलाई को नगर में
हुई भारी वर्षा के लिए इंद्रदेव के प्रति आभार के भाव भी प्रकट किए गए।
पशुपतिनाथ
मंदिर परिसर में प्रार्थना रैली में शामिल सभी धर्मालुजनों ने गर्भ गृह
में भगवान पशुपतिनाथ से सामूहिक रूप से अच्छी वर्षा के लिए ॐ नमः शिवाय का
उच्चारण करते हुए प्रार्थना की।