विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने शनिवार को इस संबंध में बताया कि शिकायतकर्ता बटाला, जिला गुरदासपुर का निवासी है। उसने बटाला नगर निगम में सड़कों के पैच वर्क और मरम्मत का काम करवाया था। इसके दो बिल क्रमशः एक लाख 87 हजार 483 रुपये और एक लाख 85 हजार 369 रुपये के थे, जिनकी कुल राशि 3,72,852 रुपये बनती थी। जब वह इन बिलों के भुगतान के लिए बटाला के नगर निगम कमिश्नर से मिला तो कमिश्नर ने बिल पास करवाने के लिए 10 प्रतिशत कमीशन यानी 37,000 रुपये रिश्वत की मांग की।
इसके आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने बटाला में एक लाइट एंड साउंड शो के लिए कैमरा और संबंधित अन्य काम भी किए थे, जिसके 1,81,543 रुपये भी बकाया थे। इस तरह कुल बकाया राशि लगभग 5,54,395 रुपये थी। इन बिलों की अदायगी के संबंध में जब वह एसडीओ रोहित उप्पल से मिला तो उसने कहा कि कमिश्नर के आदेशों का पालन करना होगा और शिकायतकर्ता को बकाया राशि जारी करने के लिए 9 प्रतिशत कमीशन रिश्वत के तौर पर देना पड़ेगा। शिकायतकर्ता रिश्वत देकर अपना काम नहीं करवाना चाहता था।
शिकायतकर्ता की जानकारी पर कार्रवाई करते हुये विजिलेंस ब्यूरो गुरदासपुर ने शिकायकर्ता का बयान दर्ज किया और पुष्टि के बाद टीम ने जालन बिछा कर दो सरकारी गवाहों की मौजूदगी में विक्रमजीत सिंह पांथे को शिकायतकर्ता से 50,000 रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपित के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत थाना विजिलेंस ब्यूरो रेंज अमृतसर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उसे रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा और इस मामले की आगे की जांच जारी है।
बटाला नगर निगम के आयुक्त को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार
चंडीगढ़। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने बटाला नगर निगम के आयुक्त-सह-एसडीएम विक्रमजीत सिंह पांथे को शिकायतकर्ता से 50,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपित की तलाशी के दौरान 13 लाख 50,000 रुपये की अतिरिक्त नकदी भी बरामद हुई, जिसका वह सही हिसाब नहीं दे सका।












