नई दिल्ली। कांग्रेस ने दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास प्रकरण को आम आदमी पार्टी द्वारा बहस का मुद्दा बनाए जाने की तीखी आलाेचना की है। कांग्रेस ने कहा कि यह काेई समस्या नहीं है। यह अनियमितता का मामला है। दिल्ली में और भी बहुत समस्याएं हैं और लाेगाें एवं राजनीतिक दलाें काे उन समस्याओंं पर चर्चा करनी चाहिए।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा और वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि सरकारी घर के खाली होने और उसके आवंटन के कुछ कायदे कानून हाेते हैं जिसका पालन हाेना चाहिए। कैमरे के सामने कोई खाली या भरा बक्सा लेकर बैठता है, लाेगों को इन सब चीजों में दिलचस्पी नहीं है।
खेड़ा ने कहा कि वे यह नहीं समझ पा रहे हैं कि इस शहर में क्या हो रहा है। हम सभी को दिल्ली के लोगों की समस्याओं पर चर्चा करनी चाहिए। सरकार समेत राजनीतिक दलों को भी इस पर ही चर्चा करनी चाहिए। कैमरे के सामने कोई खाली या भरा बक्सा लेकर बैठता है, लाेगों को इन सब चीजों में दिलचस्पी नहीं है। खेड़ा ने कहा कि जब राहुल गांधी ने घर खाली किया तो उन्होंने चाबियां भी सौंप दीं। जब आप अपना आवास खाली करते हैं तो आपका आवास से रिश्ता खत्म हो जाता है।
संदीप दीक्षित ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अपने लिए जिस तरह का बंगला बनवाया है, वह अपने आप में गलत है। चूंकि यह मुख्यमंत्री आवास भी है और जब आप किसी पद से इस्तीफा देते हैं तो एक प्रक्रिया के तहत आप उस आवास की चाबी सरकार को साैंप देते हैं। इसे लाेक निर्माण विभाग अपने हाथ में ले लेता है और उसके बाद में सरकार इसे किसी और को आवंटित कर देती है। दीक्षित ने कहा कि अगर मौजूदा मुख्यमंत्री (आतिशी) ने प्रक्रिया का पालन नहीं किया तो यह एक अनियमितता है।