नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के विवाविद नेता एवं सीमापुरी क्षेत्र के विधायक राजेन्द्र पाल गौतम ने शुक्रवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया। वे दिल्ली के अम्बेडकर भवन में राम और कृष्ण की पूजा नहीं करने की शपथ दिलाने के कारण सुर्खियों में आए थे। इसके चलते उन्हें दिल्ली सरकार में मंत्रिपद भी गवाना पड़ा था।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव और पार्टी नेता पवन खेड़ा की उपस्थिति में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद गौतम ने कहा कि पिछले 10 साल से देश में उन्माद काफी बढ़ गया है। दलितों का उत्पीड़न किया जा रहा है। ऐसे में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान राहुल गांधी ने नारा दिया- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलने आए हैं। उन्होंने कहा कि देश में सामाजिक न्याय होना चाहिए, सबको भागीदारी मिलनी चाहिए। राहुल गांधी के विचारों से प्रेरित होकर वे आज कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं।
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राजेंद्र पाल गौतम का कांग्रेस में शामिल होना हमारे लिए गर्व का क्षण है। भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने देश को एक नई कहानी दी है और अब देश भी इसे पूरी ताकत से स्वीकार कर रहे हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के कार्यक्रमों से आकर्षित होकर उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है।