पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल केस: ईडी और एटीएस ने 40 ठिकानों पर मारे छापे
मुंबई। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के पाडघा के पास ईडी और एटीएस की संयुक्त अभियान ने पूरे इलाके में हलचल मचा दी। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और महाराष्ट्र एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) की टीमें बुधवार-गुरुवार मध्य रात्रि ही कार्रवाई शुरू कर दी। कई आवासीय परिसरों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया।
सूत्रों के अनुसार, संयुक्त कार्रवाई का दायरा केवल ठाणे तक सीमित नहीं है। महाराष्ट्र में करीब 40 जगहों (पाडघा, पुणे और मालेगांव) पर एक साथ छापेमारी की गई है।
यह पूरी कार्रवाई आतंक से जुड़े संदिग्ध वित्तीय लेनदेन की जांच से जुड़ी हुई है।
ईडी अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में एजेंसी ने एक नया ईसीआईआर दर्ज किया है, जो एनआईए की उस जांच से संबंधित है जिसमें साकिब नाचन को आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में आरोपी बनाया गया है। यह कार्रवाई पुणे आईएसआईएस मॉड्यूल केस से भी जुड़ी हुई है, जिसमें कई संदिग्धों पर टेरर फंडिंग और मॉड्यूल को सक्रिय करने में शामिल होने के आरोप हैं।
पुणे और मालेगांव में जिन ठिकानों पर कार्रवाई की गई है, वे उन संदिग्धों से जुड़े बताए जाते हैं जिनकी गतिविधियों का लिंक कथित तौर पर टेरर नेटवर्क और फंडिंग चैनल से जुड़ता पाया गया है। ईडी को आशंका है कि इन मॉड्यूल्स के लिए धन जुटाने, उसे स्थानांतरित करने या छिपाने से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत इन स्थानों पर मौजूद हो सकते हैं।
विशेष बात यह है कि इस बार जांच एजेंसियों ने एक संयुक्त रियल-टाइम ऑपरेशनल ग्रिड तैयार किया है।
दोनों एजेंसियां (ईडी और एटीएस) सर्च ऑपरेशन के दौरान लगातार सूचनाएं, इनपुट और तकनीकी डेटा एक-दूसरे से साझा कर रही हैं ताकि किसी भी महत्वपूर्ण सुराग को तुरंत आगे बढ़ाया जा सके और कार्रवाई में तालमेल बना रहे। इलाके में छापेमारी के दौरान सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है।
अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती कार्रवाई पूरी होने के बाद जब्त किए गए दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक सामग्री की फॉरेंसिक जांच की जाएगी, जिसके आधार पर आगे गिरफ्तारियां और पूछताछ संभव है।












