नई
दिल्ली,छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में
पिछले साल हुए बहुचर्चित हत्याकांड की जांच सीबीआई ने अपने हाथ में ले ली
है। बिरनपुर गांव में 8 अप्रैल 2023 को दो समुदायों के बीच हिंसा हुई थी।
इस हिंसा में मौजूदा भाजपा विधायक ईश्वर साहू के 23 वर्षीय बेटे भुवनेश्वर
साहू की हत्या कर दी गई थी।
छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार ने
सीबीआई से इस मामले की जांच कराने का ऐलान किया था। केंद्र सरकार ने इसे
स्वीकार करते हुए कल अधिसूचना जारी की थी। इसके बाद अब सीबीआई ने एफआईआर
दर्ज कर ली है। इस केस में 12 लोगों को आरोपित बनाया गया है। इनके खिलाफ
आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 336, 307, 302 और 120 बी के तहत केस दर्ज
किया गया है।
छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के बिरनपुर
गांव में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान भुवनेश्वर साहू की हत्या किये जाने
का मामला साजा थाने में 8 अप्रैल 2023 को पंजीकृत किया गया था। आरोप है कि
एक गांव के कक्षा 7-8 में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल से लौट रहे थे, उसी दौरान
कबाड़ी की दुकान पर काम करने वाले एक समुदाय के लड़कों ने उनकी पिटाई कर
दी। जब पीड़ित अपने दोस्तों के साथ दोपहर में उस समुदाय के इलाके में गया,
तब उस समुदाय के सदस्यों ने छत से पथराव करना शुरू कर दिया। इस दौरान उसके
उसके सिर में चोटें आईं, जिसकी वजह से जमीन पर गिर गया। इसके बाद आरोपितों
और अन्य लोगों ने कथित तौर पर तेज चाकू व घातक हथियारों से उसकी हत्या कर
दी।
जांच के दौरान स्थानीय पुलिस को नामित 12 आरोपितों के खिलाफ
आपराधिक सबूत मिले और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में स्थानीय
पुलिस ने सक्षम अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर किया। वर्तमान में सभी
आरोपित न्यायिक हिरासत में हैं। सीआरपीसी की धारा 173(8) के तहत मामले को
आगे की जांच के लिए खुला रखा गया था और अब इसे जांच के लिए सीबीआई ने अपने
कब्जे में ले लिया है।
सीबीआई ने जिन आरोपितों के खिलाफ जांच अपने
हाथ में ली है, उनमें छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिला के थाना साजा, ग्राम
शक्तिघाट के निवासी नवाब खान, जलील खान, बसीर खान, मुख्तार मो., सफीक
मोहम्मद,अब्दुल खान, अकबर खान, मो. जनाब, अयूब खान, निज़ामुद्दीन, रशीद
खान और कल्लू खान हैं।