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छात्रों की समस्याओं को लेकर अभाविप ने मुख्य गेट पर जड़ा ताला


बैठने की व्यवस्था न होने पर भड़के कार्यकर्ता, दी आंदोलन की चेतावनी

शाजापुर। मप्र के शाजापुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के कार्यकर्ता बीकेएसएन कॉलेज में छात्रों की समस्याओं को लेकर जोरदार तरीके से विरोध प्रदर्शन किया है। समस्याओं के समाधान में कॉलेज प्रशासन की लापरवाही से नाराज अभाविप कार्यकर्ताओं ने उक्‍त आन्‍दोलन मंगलवार को किया । जिसके चलते कॉलेज के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया गया था।

जानकारी के अनुसार, अभाविप ने एक सप्ताह पहले ही महाविद्यालय प्राचार्य को छात्रों द्वारा झेली जा रही मूलभूत समस्याओं का एक ज्ञापन सौंपा था। परिषद का कहना है कि कई समय से छात्रों से जुड़ी महत्वपूर्ण समस्याएँ कॉलेज प्रशासन के संज्ञान में हैं, परंतु अब तक उनमें किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की गई। प्रशासन की इस अनदेखी से क्षुब्ध होकर ही परिषद ने प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।

अभाविप सदस्यों ने बताया कि कॉलेज के मुख्य द्वार पर लगा नामपट्ट वर्षों से टूटा हुआ है, पर उसे ठीक नहीं किया गया। इसके अतिरिक्त अस्थाई लाइब्रेरी में छात्रों के लिए न तो पर्याप्त पुस्तकें उपलब्ध हैं और न ही बैठने की उचित व्यवस्था है। छात्रों के लिए महाविद्यालय परिसर में बैठने की भी कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है, जिससे उन्हें काफी असुविधा होती है। परिषद का कहना है कि कई बार लाइब्रेरी व्यवस्था को सुधारे जाने की मांग उठाई गई, लेकिन कॉलेज प्रशासन की ओर से सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया।

इन समस्याओं को लेकर जब कार्यकर्ताओं ने मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया, तो कॉलेज प्रशासन में हलचल मच गई। करीब एक घंटे तक चले इस विरोध के बाद कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य मौके पर पहुंचे और अभाविप सदस्यों से बातचीत की। उन्होंने सभी छात्रों को कक्षाओं में बैठाकर उनकी समस्याओं को विस्तार से सुना। प्राचार्य ने अभाविप कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि कॉलेज में मौजूद सभी समस्याओं का समाधान अगले पाँच दिनों में कर दिया जाएगा। प्राचार्य के इस लिखित और मौखिक आश्वासन के बाद अभाविप ने मुख्य द्वार का ताला खोल दिया और प्रदर्शन समाप्त कर दिया।

नगर मंत्री पवन गुर्जर ने बताया कि यदि निर्धारित समय सीमा में वादे पूरे नहीं किए गए, तो अभाविप पुनः आंदोलन करने पर विचार करेगा। उन्होंने कहा कि परिषद का उद्देश्य टकराव नहीं, बल्कि छात्रों की सुविधाओं और अधिकारों की रक्षा करना है। अभाविप कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि वे छात्रों की समस्याएँ दूर होने तक संघर्ष जारी रखेंगे।

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