झज्जर में भयंकर बरसात से सड़कें बनी दरिया, तीन तक सभी स्कूल बंद

झज्जर। जिले में बीते दो दिनों से जारी मूसलधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर की सड़कों पर तीन से पांच फुट तक पानी भर जाने से हालात बाढ़ जैसे हो गए हैं। लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं। वहीं प्रशासन अब तक हालात पर काबू पाने में विफल नजर आ रहा है। कई स्कूलों के अंदर पानी भर जाने और विद्यार्थियों का स्कूलों तक पहुंचना मुश्किल हो जाने के कारण जिलाधीश ने बुधवार तक जिले के सभी स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं।
लघु सचिवालय, नागरिक अस्पताल परिसर, पुराना बस स्टैंड, भगत सिंह चौक व सुभाष चौक सहित शहर के तमाम प्रमुख स्थानों और मुख्य मार्गों पर पानी भर गया है। नगर परिषद की ओर से अभी तक जलनिकासी की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कमोबेश यही स्थिति बनी हुई है। खेतों में पानी भर जाने से फसलों को नुकसान हो रहा है। जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। जिलाधीश स्वप्निल रविंद्र पाटिल ने लोगों को सलाह दी है कि है कि अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें और आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों पर फोन करें।
नगर परिषद व जिला प्रशासन द्वारा राहत कार्य शुरू किए जाने का दावा किया जा रहा है, किंतु ज़मीनी स्तर पर इन प्रयासों का असर नजर नहीं आ रहा।
विशेषज्ञों का कहना है कि जल निकासी की व्यवस्था समय रहते नहीं की गई, जिससे सामान्य बारिश भी अब बाढ़ का रूप लेने लगी है। शहर के पुराने नालों की सफाई न होना भी इस समस्या का प्रमुख कारण बताया जा रहा है। जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति के मद्देनजर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आमजन की सुरक्षा के लिए जिले के सभी सरकारी व निजी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र दो व तीन सितंबर को बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। जिलाधीश पाटिल ने नागरिकों से अपील की है कि वे घर पर सुरक्षित रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें। विशेषकर निचले क्षेत्रों और नालों के किनारे जाने से परहेज करें।