हरियाणा सरकार का दूरदर्शी कदम: भविष्य निर्माण के लिए ‘फ्यूचर विभाग’ का गठन नई दिल्ली, 18 जुलाई — हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए ‘फ्यूचर विभाग’ (Department of Future) की स्थापना को अंतिम मंजूरी दे दी है। इस फैसले को राज्यपाल की स्वीकृति के बाद अधिसूचित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री, जिनके पास वित्त मंत्रालय का भी प्रभार है, ने इसे वर्ष 2025–26 के बजट की एक दूरदर्शी घोषणा को साकार करने की दिशा में निर्णायक कदम बताया है। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि 21वीं सदी की सरकारों को केवल वर्तमान ही नहीं, बल्कि भविष्य के लिए भी नीति-निर्माण करना होगा। इसी सोच के तहत ‘फ्यूचर विभाग’ की स्थापना की गई है, जो आने वाले वर्षों में हरियाणा को नीतिगत, सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी दृष्टि से सशक्त आधार प्रदान करेगा। यह विभाग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, क्वांटम कंप्यूटिंग और रोबोटिक्स जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में भविष्य की संभावनाओं को पहचानते हुए उन्हें राज्य की नीतियों से जोड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विभाग युवाओं के लिए विशेष रूप से एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगा। बदलती दुनिया में जहां पारंपरिक रोजगार के स्वरूप तेजी से बदल रहे हैं, वहीं युवाओं को भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल प्रदान करना समय की मांग है। ‘फ्यूचर विभाग’ युवाओं को नई दिशा और अवसर देगा, और हरियाणा को आत्मनिर्भर तथा नवाचार आधारित अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर करेगा। जलवायु परिवर्तन, तकनीकी क्रांति और वैश्विक अनिश्चितताओं जैसे नए युग की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इस विभाग का प्रमुख उद्देश्य भविष्य का अध्ययन, पूर्वानुमान और नीति निर्माण करना होगा। यह विभाग शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल, ऊर्जा, पर्यावरण, आधारभूत ढांचे और मानव संसाधन जैसे क्षेत्रों में दीर्घकालिक रणनीति तैयार करेगा। इसके माध्यम से राज्य की योजनाओं में 'डेटा इंटेलिजेंस' और 'पूर्वानुमान मॉडलिंग' को शामिल किया जाएगा, जिससे शासन प्रणाली अधिक सक्रिय, वैज्ञानिक और प्रभावी बनेगी। मुख्यमंत्री ने इस पहल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'विकसित भारत @2047' विज़न से जोड़ते हुए कहा कि हरियाणा इसमें अग्रदूत की भूमिका निभाएगा। फ्यूचर विभाग केंद्र सरकार, राज्य सरकार और तकनीकी नवाचार को एक साथ लाकर 'ट्रिपल इंजन' मॉडल के तहत हरियाणा को भविष्य के लिए तैयार करेगा। यह विभाग केवल एक प्रशासनिक इकाई नहीं, बल्कि नीति, दृष्टिकोण और शासन प्रणाली में बदलाव लाने वाला संस्थान बनेगा। यह पहल हरियाणा में 'प्रतिक्रियाशील शासन' से 'सक्रिय और पूर्वानुमान आधारित शासन' की ओर एक युगांतकारी परिवर्तन का संकेत है। यह भविष्य की तैयारी का वह बीज है, जो आने वाले वर्षों में स्थिरता, नवाचार और समृद्धि के वटवृक्ष में परिवर्तित होगा। हरियाणा सरकार का यह कदम भारत में नीति निर्माण के नए युग की शुरुआत है – एक ऐसा युग जहां आज की तैयारी ही कल की सफलता की नींव बनेगी।
हरियाणा सरकार का दूरदर्शी कदम: भविष्य निर्माण के लिए ‘फ्यूचर विभाग’ का गठन
