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फतेहाबाद के रतिया में नशे ने ली दो युवकों की जान


फतेहाबाद। पंजाब सीमा से सटे जिले के रतिया क्षेत्र में मेडिकल नशे के कारण युवाओं की मौत का सिलसिला जारी है। पिछले दिनों अमन नामक युवक की नशे से ओवरडोज से मौत का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि क्षेत्र में दो और युवकों की मौत से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। एक युवक जहां रतिया शहर में मृत अवस्था में मिला, वहीं दूसरे युवक का शव गांव कंवलगढ़ में घग्घर नदी किनारे मिला है। दोनों युवकों की मौत का कारण नशे की ओवरडोज बताया जा रहा है। परिजनों ने शवों का बिना पोस्टमार्टम करवाए ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया है।

 रतिया क्षेत्र में 24 घंटे में नशे के कारण दो युवकों की मौत ने पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नशामुक्ति अभियान पर सवालिया निशान उठाए हैं। मिली जानकारी के अनुसार रतिया शहर में पुरानी गोशाला के पास वार्ड नंबर 4 निवासी 19 वर्षीय गुरप्रीत का शव झाडिय़ों में पड़ा मिला। शव को कुत्तों ने नोचा हुआ था। गुरप्रीत के चाचा हरजीत सिंह ने बताया कि उनका भतीजा कल दोपहर को घर से गया था। उसके बाद देर रात तक घर नहीं लौटा। इसके बाद उसकी तलाश की गई। उसके छोटे भाई ने तलाश की तो वह गोशाला के पास नाले में पड़ा मिला। उसका सिर कुत्तों ने बुरी तरह नोचा हुआ था।

 कपड़ों से उसकी पहचान की गई। इसके बाद उसके शव को घर लाकर अंतिम संस्कार किया गया। गुरप्रीत तीन भाईयों में मझला था। उसके चाचा के अनुसार, वह नशे का आदी था। दूसरे मामले में गांव कंवलगढ़ निवासी 29 वर्षीय राजू की भी नशे की ओवरडोज से मौत हो गई थी। परिजनों के अनुसार, उसने घग्गर नदी के किनारे पंचायती जमीन पर नशे का इंजेक्शन लगाया। इससे उसकी मौत हो गई। उसके साथ एक अन्य युवक भी बताया जा रहा है, जो वहां से फरार हो गया। बता दें कि रतिया में समाजसेवी लोगों द्वारा महाशक्ति चैरिटेबल ट्रस्ट के बैनर तले 51 सदस्यीय नशा विरोधी टीम गठित की गई है।

 इस टीम के सदस्य शर्माचंद लाली का कहना है कि उन्हें कंवलगढ़ में नशे से जान गंवाने वाले युवक के परिवार से मिलने जाना था। उससे पहले ही रतिया में भी युवक के नशे से मरने की सूचना आ गई। इसके बाद उनके साथी मौके पर हालात देखने गए। जहां युवक ने दम तोड़ा, वहां काफी मात्रा में नशीली गोलियां और सीरिंज पड़े हुए मिले हैं।

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