धमतरी। एक तरफ छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीद शुरू गई है, वहीं दूसरी ओर जिले में ऐसे कई किसान हैं, जो अभी धान कटाई के कार्य में जुटे हुए हैं। खेत में नमी के चलते अब धान की कटाई हो रही है। मौसम खुलने के साथ ही इस कार्य में तेजी आ गई है। अधिकांश किसान अपने खेतों में हार्वेस्टर से धान कटाई में जुटे हुए हैं। कई गांवों में घंटे और एकड़ के हिसाब से हार्वेस्टर मशीन से धान कटाई हो रही है।
मौसम खुलते ही धान कटाई में तेजी आ गई है। जिले में इन दिनों धान कटाई का कार्य तेजी से चल रहा है। गांवों में हार्वेस्टर से धान कटाई की मांग बढ़ गई है। मौसम खुलते ही सूखे खेतों में हार्वेस्टर से धान कटाई की जा रही है। जानकारी के अनुसार हार्वेस्टर से धान कटाई का प्रति घंटा 25 सौ से तीन हजार रुपये किराया प्रति घंटा लिया जा रहा है। धमतरी शहर के अलावा आसपास अन्य जिलों से भी धान कटाई करने के लिए यहां हार्वेस्टर संचालक पहुंचे हैं। धमतरी शहर से लगे हुए गांव श्यामतराई, भटगांव, नवागांव, बेलतरा, मुजगहन, देमार, तेलीनसत्ती, अर्जुनी सहित अन्य गांव में तेजी से धान कटाई का कार्य चल रहा है। मौसम खुलने के बाद किसान जल्द से जल्द धान की फसल सहेज लेना चाहते हैं।
ग्राम श्यामतराई के उमेश साहू, रोशन साहू, भटगांव के मोहन साहू ने बताया कि निचले क्षेत्रों में स्थित खेतों में नमी होने के कारण फसल की कटाई नहीं हो पाई थी। खेत सूखने के बाद हार्वेस्टर मशीन की सहायता से जल्द से जल्द धान की कटाई कर रहे हैं। जिन खेतों की फसल पहले ही पक गई थी, उन्हें मजदूरों के सहारे कटवाना पड़ा। अब अन्य खेतों की फसल को जल्द से जल्द कटवा रहे हैं। ग्राम तेलीनसत्ती सोहन साहू ने बताया कि फसल कटाई का कार्य तेजी से चल रहा है। जल्द ही फसल कट जाएगी। कटाई-मिंजाई के बाद उत्पादित धान को किसान नमी से बचाने के लिए गांव के गलियों, आंगन और सड़कों पर सूखा रहे हैं, ताकि धान के विक्रय के समय फसल का सही मूल्य मिल सके। क्षेत्र के ग्राम परसतराई, लोहरसी, खरतुली, मुजगहन, पोटियाडीह, रत्नाबांधा, श्यामतराई, खपरी, भानपुरी, देमार, अर्जुनी, शंकरदाह, खरेंगा, कंडेल, डाही सहित अन्य गांवों में फसल कटाई-मिंजाई जोरों पर है। जिन किसानों के खेत में नमी है वहां मजदूरों से धान कटाई कराई जा रही है। फसल कटाई-मिंजाई शुरू होने के बाद गांवों के मजदूरों को काम मिलने लगा है। किसान व मजदूर इन दिनों खेतों पर ही व्यस्त है। खेतों में मजदूरों को काम मिलने के कारण शहर में काम करने आने वाले मजदूरों की संख्या पहले की अपेक्षा कम हो गई है।
घंटे और एकड़ के हिसाब से हो रही हार्वेस्टर मशीन से धान की कटाई
ग्राम पंचायत रुड़की के थ्रेसर मलिक अश्वनी सिन्हा ने बताया कि गांव-गांव में हार्वेस्टर व थ्रेसर मशीन उपलब्ध हो गया है। इन दिनों थ्रेसर मशीन का धान मिजाई का प्रति घंटा किराया 1500 रुपये से 1600 रुपये चल रहा है। चैन वाले हार्वेस्टर का प्रति घंटा 25 सौ रुपये से लेकर तीन हजार प्रति घंटा रुपये किराया है। इसी तरह बिना चैन वाले हार्वेस्टर मशीन का प्रति एकड़ धान कटाई का किराया 22 सौ रुपये से लेकर 25 सौ रुपये चल रहा है। उल्लेखनीय है कि चैन वाला हार्वेस्टर मशीन कटाई के दौरान नमी वाले खेतों में भी आसानी से चल जाता है। कटाई के दौरान जमीन में फंसता नहीं है।
धमतरी : तेजी से हो रही धान कटाई, हार्वेस्टर की मांग बढ़ी












