सारण। एशिया के सबसे बड़े और ऐतिहासिक हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले के मंच से एक नई प्रतिभा ने जन्म लिया है। मेले में पहली बार आयोजित 'सोनपुर आइडल' गायन प्रतियोगिता के पहले संस्करण का ग्रैंड फिनाले बेहद रोमांचक रहा। जिसमें कड़े मुकाबले के बाद सारण के युवा गायक रौनक रत्न को 'सोनपुर आइडल' का विजेता घोषित किया गया।
पर्यटन विभाग के मुख्य पंडाल में आयोजित इस ग्रैंड फिनाले में निर्णायक की भूमिका में मौजूद देश की जानी-मानी गायिका पद्मश्री अनुराधा पौडवाल ने रौनक की बहुमुखी गायन प्रतिभा की खुलकर प्रशंसा की।
रौनक ने न केवल मुख्य निर्णायक को प्रभावित किया, बल्कि अपनी जीत से पूरे सारण क्षेत्र का मान भी बढ़ाया है। पूरे बिहार से आए सैकड़ों कलाकारों के बीच लंबी प्रतिस्पर्धा के बाद पाँच बेहतरीन प्रतिभागी अंतिम दौर में पहुँचे थे।
इन पाँचों फाइनलिस्ट में खुशी मिश्रा, मोतिहारी, अमोलिका धनश्री, पटना, वेद प्रकाश, सहरसा, वैभव देव, छपरा और रौनक रत्न, छपरा शामिल थे इन सभी प्रतिभागियों के दमदार गायन ने निर्णायक मंडल के लिए फैसला लेना मुश्किल कर दिया था, लेकिन अंततः रौनक रत्न ने सभी को पछाड़ते हुए 'सोनपुर आइडल' का खिताब अपने नाम कर लिया।
इस प्रतियोगिता ने सोनपुर मेले को एक नई सांस्कृतिक पहचान दी है। जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, रविंद्र कुमार ने इस अवसर पर कहा कि जिला प्रशासन इसी तरह से भविष्य में भी युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देता रहेगा ताकि उन्हें अपनी कला का प्रदर्शन करने का उचित अवसर मिल सके।
सोनपुर आइडल के प्रथम संस्करण के विजेता बनें रौनक रत्न












