नई दिल्ली। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को सुबह 7 बजे से जारी मतदान शाम 6 बजे छिटपुट घटनाओं के बीच शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिए मतदान केंद्रों सहित पूरी दिल्ली में अभूतपूर्व सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे।
राजधानी में जहां दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 42 हजार जवानों को तैनात किया गया था, वहीं खुफिया इकाइयाें सहित पुलिस के वरिष्ठ कर्मी भी स्थिति पर पूरी नजर गड़ाए हुए थे। शाम के मतदान समाप्त होने के बाद चुनाव ड्यूटी में लगे सुरक्षाकर्मियों ने राहत की सांस ली। हालांकि दोपहर के समय सीलमपुर में आम आदमी पार्टी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। भाजपा नेता और आम आदमी पार्टी के नेता एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए नजर आए। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा अलग-अलग विधानसभा सीटों पर मतदान में बाधा डालने का आरोप लगाया गया।
इसे लेकर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी देवेश श्रीवास्तव ने पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर जानकारी साझा की।
उन्होंने कहा कि पूरा मतदान शांतिपूर्वक रहा। कोई बाधा की सूचना नहीं है। कोई बड़े झगड़े की चीजें अभी तक सामने नहीं आई हैं। सभी पुलिस अधिकारी ग्राउंड पर मौजूद थे। देवेश श्रीवास्तव ने सीलमपुर घटना पर कहा जिन-जिन लोगों ने शिकायत दी। उस पर पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। आज कई मतदान केंद्रों पर पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा भी गए थे। उन्होंने कहा कि हमारा तालमेल चुनाव आयोग के साथ है, जो शिकायतें आ रही हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। मतदान के बाद हम ईवीएम को सुरक्षित तरीके से भेजेंगे। उन्होंने कहा कि आचार संहिता का उल्लंघन अगर हुआ है, कोई भी शिकायत मिली है तो उसकी जांच की जा रही है। चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक ही सब चला।
श्रीवास्तव ने कहा कि मंगलवार को पुलिस ने 23 लाख 76 हजार रुपये कैश बरामद किया था। उन्होंने कहा कि आज दक्षिणी जिले में फर्जी वोट डालने के मामले में 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा अभी तक और किसी फर्जी वोटर की कोई जानकारी नहीं मिली है।
3139 संवेदनशील बूथ पर रही विशेष नजर
पुलिस के अनुसार दिल्ली में कुल 13766 बूथ हैं जिन पर मतदान हुआ। इनमें से 3139 बूथ को संवेदनशील घोषित किया गया था। इन सभी बूथ पर पुलिस की विशेष नजर रही। संवेदनशील बूथ पर पैरामिलिट्री फोर्स के अलावा दिल्ली पुलिस के जवान हर गतिविधि पर नजर रखते हुए नजर आए। निगरानी के लिए एआई तकनीक और ड्रोन का प्रयोग भी किया गया।