नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की आईएससी यूनिट की टीम ने भलस्वा डेयरी इलाके में हुई हत्या के प्रयास और दंगे के मामले में फरार चल रहे दो वांछित आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद मुमताज अंसारी और उसका सहयोगी शमीम शामिल हैं।
क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त आदित्य गौतम ने मंगलवार को बताया कि 18 जुलाई 2025 की रात भलस्वा डेयरी थाना क्षेत्र में दो पड़ोसी गुटों के बीच विवाद बढ़कर हिंसक झड़प में बदल गया था। आरोप है कि मुमताज़ अंसारी के इशारे पर चार पहचाने गए और कई अज्ञात लोगों ने पड़ोसी परिवार पर चाकू और डंडों से हमला कर दिया था। इस हमले में पांच लोग घायल हुए थे। घटना के बाद सभी हमलावर मौके से फरार हो गए थे।
इस संबंध में थाना भलस्वा डेयरी में मुकदमा दर्ज किया गया था। जांच के दौरान पुलिस पहले ही तीन नाबालिगों और सात अन्य आरोपितों को पकड़ चुकी थी। इधर क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर सतेंद्र पूनिया और सोहन लाल की टीम ने तकनीकी निगरानी के बाद कार्रवाई की। पुलिस टीम ने दोनों आरोपितों को दिल्ली के इंदरलोक इलाके से गिरफ्तार किया। पूछताछ में मुमताज़ ने दंगे की साजिश रचने और हमला करवाने की बात स्वीकार की है। पुलिस का कहना है कि दोनों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
जांच में पता चला है कि मुमताज़ अंसारी थाना भलस्वा डेयरी का घोषित बदमाश (बीसी) है। वह जून 2025 में जमानत पर बाहर आया था और इससे पहले भी कई गंभीर अपराधों में लिप्त रहा है। उस पर आदर्श नगर, मॉडल टाउन और महेंद्रा पार्क थाने में हत्या, हत्या के प्रयास, चोरी, लूट और आर्म्स एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ थाना महेंद्रा पार्क और थाना मॉडल टाउन से गैर-जमानती वारंट भी जारी थे।
भलस्वा डेयरी में हत्या के प्रयास और दंगे के दो आरोपित गिरफ्तार












