रामगढ़ : रामगढ़ में क्षेत्र दिवस आयोजित किया गया जलवायु परिवर्तन के दौर में जब किसान फसल पानी की कमी अभाव के कारण सूख रहे हैं तब कृषि वज्ञिान केंद्र मांडू रामगढ़ द्वारा उपलब्ध उपलब्ध कराई गई धान की नई प्रजाति स्वर्ण शक्ति धान लगाने वाले किसान बहुत ही संतुष्ट है भारतीय कृषि वज्ञिान अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिषद पटना के अंतर्गत कार्यरत कृषि वज्ञिान केंद्र मांडू रामगढ़ के प्रभारी डॉ दुष्यंत कुमार राघव एवं डॉ इंद्रजीत ने किसानों के लिए सुखाड़ सहनशील धान की प्रजाति स्वर्णा धान बीज का अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन के लिए किसानों को वितरण किया यह प्रजाति भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद का पूर्वी अनुसंधान परिषद पटना के सूखा रोग जीवाणु पर ढूंढता ब्लॉक तनु एवं भूरी चींटी के साथ-साथ प्रमुख की दो जैसे तना छेदक माहू कीट आदि से प्रतिरोधक है डॉ इंद्रजीत ने किसानों को बताया कि खेत की तैयारी में गर्मी के मौसम में एक गहरी जुताई करना चाहिए जिससे खरपतवार कीड़े और रोगों के प्रबंधन के मदद मिलती है धान की सीधी बुवाई के द्वारा भी इस प्रजाति का अच्छा उत्पादन होता है उन्होंने बताया कि इस प्रजाति की बुवाई का सर्वोत्तम समय जून माह के दूसरे सप्ताह से जून के अंतिम सप्ताह तक बीज उर्वरक ड्रिल मशीन द्वारा लगभग 25 से 30 किलोग्राम की दर के साथ तीन से 5 सेंटीमीटर गहराई एवं 20 सेंटीमीटर की दूरी पर बुवाई की जाती है अच्छी उपज लेने के लिए मर्धिा जांच के अनुसार पोषक तत्व प्रबंधन बहुत मर्धिा जांच के अनुसार पोषक तत्व प्रबंधन बहुत आवश्यक इस प्रजाति में अन्य कस्मिों से 40 से 50% पानी की बचत होती है बरमसिया में पर क्षेत्र दिवस कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिक केंद्र की टीम में डालचंद फिर उधर महतो प्रदीप जोगेश मिलो देवी बबीता देवी सहित सैकड़ों से किसानों ने भाग लिया किसानों ने प्रजाति संबंधित कई प्रकार के प्रश्न वैज्ञानिकों से पूछा कृषि वज्ञिान केंद्र बीज उत्पादन कर इस क्षेत्र इस प्रजाति का वृहद पैमाने पर किसानों को बीज मुहैया कराया
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